जोहानिसबर्ग. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आगाज हो भी चुका है और मेजबान टीम पहले मुकाबले में 31 रन से बाजी अपने नाम भी कर चुकी है. दोनों टीमों के बीच सीरीज का दूसरा मुकाबला शुक्रवार को पार्ल के बोलैंड पार्क पर ही खेला जाएगा जहां सीरीज का पहला वनडे खेला गया था. बेशक इस मैच में जीत दर्ज कर साउथ अफ्रीकी टीम सीरीज पर कब्जा जमाना चाहेगी, लेकिन इस मैच से पहले ही साउथ अफ्रीकी क्रिकेट के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. ये खबर टीम के हेड कोच और पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर से जुड़ी है.
अनुशासानात्मक सुनवाई की तैयारी शुरू
दरअसल, नस्लभेद के आरोपों के मामले में मार्क बाउचर के खिलाफ अनुशासनात्मक सुनवाई के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता टैरी मोताऊ को अध्यक्ष नियुक्त किया है. सामाजिक न्याय और राष्ट्र निर्माण (एसजेएन) ने दिसंबर में एक रिपोर्ट में पूर्व कप्तान बाउचर, सीएसए के मौजूदा निदेशक ग्रेम स्मिथ और पूर्व बल्लेबाज एबी डिविलियर्स पर अश्वेत खिलाड़ियों के खिलाफ अनुचित भेदभाव का आरोप लगाया था जिसके बाद यह नियुक्ति की गई है. दक्षिण अफ्रीका टीम के पूर्व साथी पॉल एडम्स ने बाउचर के खिलाफ नस्लवाद के आरोप लगाए थे.
आरोप साबित हुए तो पद से हो सकते हैं बर्खास्त
संचालन संस्था ने कहा कि अगर स्वतंत्र जांच में मार्क बाउचर को दोषी पाया जाता है तो उन्हें उनके पद से बर्खास्त किया जा सकता है लेकिन साथ ही जोर देते हुए कहा कि महत्वपूर्ण यह है कि स्वतंत्र जांच में सबसे पहले सभी आरोपों की जांच हो और इसके बाद ही सजा के बारे में सोचा जाए. एजेएन आयोग के प्रमुख डुमिसा एनसेबेजा एससी ने 235 पन्नों की रिपोर्ट में संकेत दिए थे कि वह निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचने की स्थिति में नहीं हैं और उन्होंने सिफारिश की थी कि इस संदर्भ में आगे की प्रक्रिया का पालन किया जाए. सीएसए ने कहा कि बाउचर को 17 जनवरी को आरोप पत्र मुहैया करा दिया जाएगा जिसमें उनके खिलाफ अनुशासनात्मक आरोप और उनके अधिकारों का जिक्र होगा.