नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के लिए पिछले कुछ महीने अच्छे नहीं रहे. टीम को टी20 वर्ल्ड से बाहर होना पड़ा तो वहीं पाकिस्तान ने भी पहली बार वर्ल्ड कप में भारत को हराया. इसके बाद विराट ने कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया तो वहीं बाद में बोर्ड ने उनसे वनडे की भी कप्तानी ले ली. लेकिन इन सबके बीच सबसे बड़ा विवाद तब हुआ जब विराट ने टेस्ट कप्तानी छोड़ी. विराट ने अफ्रीका सीरीज पर आखिरी बार टेस्ट में कप्तानी की और पद से इस्तीफा दे दिया. इस दौरान पहले ही रोहित की गैरमौजूदगी में केएल राहुल को वनडे कप्तान और बुमराह को उप- कप्तान की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी. ऐसे में लगता है कि शोएब अख्तर भारतीय क्रिकेट में लगातार बल्लेबाजों को कप्तान बनाने के फैसले से खुश नहीं हैं. अख्तर ने स्पोर्ट्स तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में टीम की कप्तानी पर अपनी राय रखी.
एक गेंदबाज को बनाओ कप्तान
ओमान में खेली जा रही Howzat लेजेंड्स लीग क्रिकेट के दौरान स्पोर्ट्स तक से बातचीत में अख्तर ने टीम इंडिया की कप्तानी को लेकर कहा कि, भारत एक तेज गेंदबाज को कप्तान क्यों नहीं बनाता है. अख्तर ने आगे कहा कि, कपिल देव जैसा तेज गेंदबाज साल 1983 में भारतीय टीम का नेतृत्व कर चुका है. अख्तर ने कहा कि, आज की दुनिया में यही सोच है कि बल्लेबाज गेंदबाजों से ज्यादा तेज होते हैं. ऐसा नहीं है कि बल्लेबाज गेंदबाजों से ज्यादा आक्रामक होते हैं. तेज गेंदबाज हमेशा मैच जिताने के बारे में सोचता है. तेज गेंदबाजों की सोच और दृष्टिकोण अलग होता है. समय आ गया है कि हमें नए सिरे से शुरुआत करनी चाहिए. आपको एक तेज गेंदबाज ढूंढना होगा जो चाहे तीनों फॉर्मेट खेलता हो या नहीं, क्योंकि अगर आप बुमराह को देखेंगे तो वो तीनों फॉर्मेट खेलते हैं. ऐसे में उनके लिए ये काफी मुश्किल हो सकता है.
बुमराह को रोहित के साथ तैयार करो
शोएब अख्तर ने बुमराह का पक्ष रखते हुए कहा कि, बुमराह को यहां रोहित शर्मा की कप्तानी के भीतर तैयार करना होगा. उन्होंने हर चीज की जानकारी देनी होगी, क्योंकि आज जितना क्रिकेट खेला जा रहा है वह क्रिकेटरों के लिए आसान नहीं है. लेकिन फिर भी यह चलन बहुत गलत है कि एक बल्लेबाज ही कप्तान बन सकता है.
बता दें कि केएल राहुल ने टीम इंडिया के लिए टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में विराट की गैरमौजूदगी में कप्तानी की थी लेकिन टीम को हार मिली. इसके बाद वनडे में भी राहुल के पास ही टीम की कमान है जिसमें टीम सीरीज गंवा चुकी है. ऐसे में बुमराह को टीम इंडिया की कमान कब मिलती है ये देखना होगा क्योंकि बुमराह प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बात कह चुके हैं कि अगर उन्हें कप्तानी मिलती है तो वो काफी खुश होंगे और जिम्मेदारी निभाने के लिए पूरी तरह तैयार रहेंगे.