नई दिल्ली. भारतीय टीम एक बार फिर से साउथ अफ्रीका की मुश्किल चुनौती के लिए तैयार है. 26 दिसंबर से सेंचुरियन के मैदान में पहला टेस्ट खेला जाएगा और इसी के साथ भारत के साउथ अफ्रीका दौरे का आगाज हो जाएगा. साउथ अफ्रीका एक मात्र ऐसा देश है जहां भारत आज भी अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीतने का इंतजार कर रहा है. भारतीय टीम 1992 से लेकर 2018 तक सात बार साउथ अफ्रीका गया है लेकिन हर बार हताश होकर वापस लौटा है. कप्तान विराट कोहली और उनकी सेना इस बार साउथ अफ्रीका इसी इरादे से जाएगी कि वह वहां पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रच दे. आइए जानते हैं क्या कुछ हुआ जब पिछली बार 2018 में कोहली और उनके योद्धा साउथ अफ्रीका का किला फतह करने गए थे.
केपटाउन में जीत से चूका भारत
तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला केपटाउन में खेला गया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में एबी डीविलियर्स के 65 और कप्तान फाफ डु प्लेसी के 62 रनों की बदौलत 286 रन बनाए. भारत ने पहली पारी में हार्दिक पांड्या के 93 रनों की मदद से 209 रन का स्कोर खड़ा किया. दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों के आगे घुटने टेक दिए और पूरी टीम 130 रनों पर सिमट गई. भारत को दूसरी पारी में 208 रनों का लक्ष्य मिला जो लग रहा था कि भारत आराम से हासिल कर लेगा. लेकिन साउथ अफ्रीका के गेंदबाज वर्नोन फिलेंडर के आगे आधे से ज्यादा भारतीय बल्लेबाज धराशायी हो गए. फिलेंडर ने कोहली-रोहित समेत छह बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया और भारत की पूरी पारी 135 पर सिमट गई. साउथ अफ्रीका ने पहला टेस्ट 72 रनों से जीतकर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली.
सेंचुरियन में मिली दूसरी हार
पहला टेस्ट हारने के बाद भारतीय टीम दूसरे टेस्ट मैच के लिए सेंचुरियन पहुंची. साउथ अफ्रीका पहला टेस्ट 72 रनों से जीतकर आया था और सीरीज पर कब्जा करने का उसके पास बढ़िया मौका था. साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और पहली पारी में ऐडन मार्करम के 94 और कप्तान फाफ डु प्लेसी के 63 रनों की मदद से पहली पारी में 335 रन बनाए. जवाब में भारत ने कप्तान कोहली के 153 रनों के चलते पहली पारी में 307 रन बनाए. दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका ने डीन एल्गर के 61 और डीविलियर्स के 80 रनों के चलते 258 रन बनाए और भारत को 287 रनों का लक्ष्य दिया. भारतीय टीम दूसरी पारी में कुछ खास नहीं कर पाई और 151 रनों पर सिमट गई. दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज लुंगी एन्गिडी ने छह विकेट चटकाए और टीम को 135 रनों से मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई. इस जीत के साथ साउथ अफ्रीका ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली.
जोहानिसबर्ग रहा भारत के नाम
सीरीज में 2-0 से पिछड़ने के बाद भारतीय टीम सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच खेलने जोहानिसबर्ग पहुंची. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम 187 पर सिमट गई. टीम के लिए सबसे ज्यादा 54 और 50 रन चेतेश्वर पुजारा और कोहली ने बनाए. पहली पारी में साउथ अफ्रीका टीम भी कुछ खास नहीं कर सकी और 194 रनों पर सिमट गई. भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा पांच विकेट चटकाए. दूसरी पारी में भारतीय टीम अंजिक्य रहाणे के 48 और कोहली के 41 रनों की मदद से 247 रन बना पाई और ऑल आउट हो गई. साउथ अफ्रीका को 241 रनों का लक्ष्य मिला मगर डीन एल्गर के 86 और हाशिम अमला के 52 रनों की पारियों के बावजूद 177 पर सिमट गई और मैच 63 रनों से हार गई.