साउथ अफ्रीका के घर में घुसकर 5-1 से कैसे जीती विराट ने 6 मैचों की वनडे सीरीज, बनिए इतिहास का हिस्‍सा

साउथ अफ्रीका के घर में घुसकर 5-1 से कैसे जीती विराट ने 6 मैचों की वनडे सीरीज, बनिए इतिहास का हिस्‍सा

नई दिल्‍ली. कप्तान केएल राहुल की अगुआई में भारतीय टीम साउथ अफ्रीका से टेस्ट सीरीज में मिली 2-1 से हार का बदला लेने के लिए तैयार है. टीम में शिखर धवन, युजवेंद्र चहल जैसे खिलाड़ी जुड़े हैं तो वहीं कहीं न कहीं पूर्व कप्तान विराट कोहली एक अलग खिलाड़ी या फिर कहें बल्लेबाज के रूप में मैदान में दिखने को तैयार हैं. भारत पिछली बार 2018 में साउथ अफ्रीकी दौरे पर आया था जहां टीम ने छह मैचों की वनडे सीरीज 5-1 से जीती थी. यह पहली बार था जब भारतीय टीम साउथ अफ्रीका में वनडे सीरीज जीतने में कामयाब रही थी. जानते हैं 2018 की उस ऐतिहासिक सीरीज जीत के बारे में कि कैसे कप्तान विराट कोहली भारत का तिरंगा साउथ अफ्रीका की धरती पर फहराने में कामयाब रहे थे.

पहला वनडे: दोनों कप्‍तानों ने जड़े शतक, लेकिन भारी रहा कोहली का वजन 
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज का पहला मुकाबला डरबन में खेला गया. टॉस जीतकर मेजबान साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. कप्तान फाफ डु प्लेसी की 120 रनों की शतकीय पारी की बदौलत टीम ने आठ विकेट खोकर 269 रनों का स्‍कोर बोर्ड पर टांग दिया. जवाब में भारतीय टीम ने कप्तान कोहली के 112 और अजिंक्य रहाणे के 79 रनों की पारियों के चलते 270 रनों का लक्ष्य चार विकेट खोकर 45.3 ओवरों में ही हासिल कर लिया.

दूसरा वनडे: ‘कुलचा’ की गेंदों पर नाचे अफ्रीकी
सेंचुरियन में खेले गए दूसरे वनडे में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव (कुलचा) की जोड़ी के आगे फेल हो गए. भारत ने टॉस जीता और साउथ अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया. चाहे एडन मार्करम हो या फिर हाशिम अमला, साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज कुलचा की फिरकी में ऐसे फंसे कि 118 रनों पर ही सिमट गए. चहल के खाते में पांच विकेट आए तो वहीं कुलदीप को तीन विकेट मिले. 119 रन के छोटे से लक्ष्य का पीछा करने में भारत को दिक्कत बिल्कुल नहीं हुई. शिखर धवन के 51 और विराट कोहली के 46 रनों की मदद से टीम 20.3 ओवरों में नौ विकेट से आसानी से जीत गई.

 

चौथा वनडे: बारिश बनी विलेन, साउथ अफ्रीका को किस्‍मत से मिली जीत
जोहानिसबर्ग में चौथा वनडे खेला गया जो भारत के पक्ष में नहीं गया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने शिखर धवन के 109 और विराट कोहली के 76 रनों की मदद से सात विकेट खोकर 289 रनों का लक्ष्य साउथ अफ्रीका के सामने रखा. मैच के दूसरे हिस्से में बारिश हो गई और मेजबानों को 28 ओवरों में 202 रनों का लक्ष्य मिला जो टीम ने पांच विकेट खोकर 25.3 ओवरों में हासिल कर लिया और सीरीज में पहला मैच जीतकर वापसी के संकेत दिए.

 

पांचवां वनडे: भारत ने रचा इतिहास
भारतीय टीम ने पोर्ट एलिजाबेथ में सीरीज का पांचवां वनडे जीतकर पहली बार साउथ अफ्रीका में वनडे सीरीज जीत का इतिहास रच दिया. सिक्का साउथ अफ्रीका के पक्ष में गिरा और भारत को पहले बल्लेबाजी करने के लिए बुलाया गया. रोहित शर्मा के 115 रनों की मदद से भारत ने सात विकेट खोकर 274 रनों का लक्ष्य साउथ अफ्रीका के सामने रखा. मेजबानों को कुलदीप यादव ने अपनी फिरकी में फंसा लिया और पूरी टीम 201 रनों पर ढेर हो गई. कुलदीप के खाते में 4 विकेट आए और भारत ने सीरीज में 4-1 की अजेय बढ़त बनाकर साउथ अफ्रीका का किला फतह कर लिया.

 

छठा वनडे: कोहली ने जड़ा छह मैचों में तीसरा शतक
सीरीज के आखिरी मुकाबले में विराट कोहली ने फिर कप्तानी पारी खेलते हुए टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. सेंचुरियन में भारत ने टॉस जीता और साउथ अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी करने के लिए बुलाया. शार्दुल ठाकुर ने मेजबानों के चार विकेट चटकाए और साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 204 रनों पर सिमट गई. भारत ने जवाब में विराट की 96 गेंदों में तेजतर्रार 129 रनों की पारी की मदद से दो विकेट खोकर 32.1 औवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया और टीम को 8 विकेट से जीत दिलाई. भारत इसी के साथ छह मैचों की सीरीज 5-1 से जीतने में कामयाब रहा और इतिहास रचकर लौटा.