नई दिल्ली। पार्ल में 19 जनवरी से शुरू होने वाली तीन मैचों की एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI) सीरीज में दक्षिण अफ्रीका और भारत एक-दूसरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. दोनों देशों ने हाल ही में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खत्म की है, जहां मेजबान टीम ने भारत को 2-1 से हराकर रेड-बॉल फॉर्मेट में घर पर अपना दबदबा बनाए रखने में कामयाबी हासिल की. इस बीच, पिछली बार जब भारत ने 2018 में रेनबो नेशन का दौरा किया था, तो उन्होंने छह मैचों की एकदिवसीय सीरीज में दक्षिण अफ्रीका को 5-1 से हराया था. यह विराट कोहली के लिए बल्ले से बेहतरीन सीरीज में से एक थी, जिसमें उन्होंने छह पारियों में 186 के शानदार औसत से 558 रन बनाए. ऐसे में अब सात साल में पहली बार सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर भारतीय टीम में खेल रहे विराट कोहली पर सभी की नजरें होंगी जब केएल राहुल की कप्तानी में टीम इंडिया पार्ल कब्जा करने के लिए उतरेगी.
कोहली पर सभी की नजरें
विराट कोहली भले ही कप्तान नहीं हैं लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर उनपर सभी की नजरें होंगी. वह क्रीज पर बल्लेबाजी करें या सीमारेखा के पास फील्डिंग, कोहली की हर एक गतिविधि पर फैंस की नजरें होंगी हालांकि राहुल की कप्तानी को भी कसौटी पर कसा जाएगा. देखना यह भी होगा कि वह हमेशा की तरह मैदान पर जोश और आक्रामकता से भरे दिखते हैं या टेस्ट कप्तानी के साथ क्रिकेट के हर फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के बाद मैदान पर उदासीन नजर आते हैं. विराट टी20 के बाद वनडे कप्तानी नहीं छोड़ना चाहते थे और इस मसले पर उनकी बीसीसीआई से ठन भी गई. उनके प्रशंसक और भारतीय क्रिकेट यही दुआ कर रहा होगा कि बीसीसीआई से अपने विवाद को भुलाकर वह अपने करियर की नई पारी का आगाज करें जिसमें सिर्फ उनका बल्ला बोलता हो. दो साल बाद उनके बल्ले से शतक सोने पे सुहागा होगा.
राहुल पर बड़ी जिम्मेदारी
चोटिल रोहित शर्मा की जगह कप्तानी कर रहे राहुल सीरीज में कोहली से सलाह जरूर लेंगे. कोहली को बतौर बल्लेबाज ही अहम भूमिका नहीं निभानी है बल्कि जैसा कि उपकप्तान जसप्रीत बुमराह ने कहा है कि वह हमेशा टीम की अगुवाई करते रहेंगे. नए कप्तान और सहयोगी स्टाफ के साथ यह सीरीज जीतकर भारत 2023 विश्व कप की तैयारी शुरू करना चाहेगी. इसके साथ ही पिछले सप्ताह टेस्ट सीरीज में हार से मिले जख्मों पर मरहम भी लगाना है. भारत ने आखिरी बार पूरी मजबूत टीम के साथ वनडे सीरीज मार्च में इंग्लैंड के खिलाफ खेली थी. इसके बाद दोयम दर्जे की टीम जुलाई में श्रीलंका गई थी. राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ मध्यक्रम में बल्लेबाजी की थी. लेकिन इस बार उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया है कि, रोहित की गैरमौजूदगी में वो पूरी सीरीज में शिखर धवन के साथ ओपनिंग करेंगे.
नए चेहरों को मौका, धवन को करना होगा खुद को साबित
घरेलू सत्र में शानदार प्रदर्शन के बाद टीम में जगह बनाने वाले ऋतुराज गायकवाड़ को डेब्यू के लिए अभी इंतजार करना होगा. लेकिन टीम के ऑलराउंडर और आईपीएल स्टार वेंकटेश अय्यर को यहां मैच में मौका मिल सकता है. राहुल कह चुके हैं कि, वो नेट्स में जबरदस्त कर रहे हैं और टीम में छठे गेंदबाज की कमी को पूरा करते हुए उन्हें जगह दी जा सकती है. धवन के लिए यह तीनों मैच काफी अहम होंगे क्योंकि टी20 टीम में अपनी जगह वह पहले ही खो चुके हैं.
पेस अटैक में बुमराह तो स्पिन में होंगे चहल
कोहली तीसरे नंबर पर उतरेंगे जबकि चौथे नंबर के लिए सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर के बीच में से चयन होगा. ऋषभ पंत पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे और वेंकटेश अय्यर छठे नंबर पर उतरकर डेब्यू कर सकते हैं. स्पिन गेंदबाजी का जिम्मा युजवेंद्र चहल और आर अश्विन पर होगा. बुमराह और भुवनेश्वर कुमार तेज आक्रमण की कमान संभालेंगे जबकि तीसरे विकल्प के तौर पर दीपक चाहर, शारदुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा में से एक को उतारा जा सकता है. टेस्ट सीरीज में चोटिल हुए मोहम्मद सिराज भी फिट हैं.
टीमें:
भारत: केएल राहुल ( कप्तान ), जसप्रीत बुमराह, शिखर धवन, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, वेंकटेश अय्यर, ऋषभ पंत, ईशान किशन, युजवेंद्र चहल, आर अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर, प्रसिद्ध कृष्णा, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, जयंत यादव, नवदीप सैनी.
दक्षिण अफ्रीका: टेम्बा बावुमा ( कप्तान ), केशव महाराज, क्विंटन डीकॉक, जुबैर हमजा, मार्को यानसिन, जानेमन मलान, सिसांडा मगाला, एडेन मार्क्रम, डेविड मिलर, लुंगी एंगिडी, वेन पारनेल, एंडिले फेलुकवायो, ड्वेन प्रिटोरियस, तबरेज शम्सी, रासी वान डर डुसेन, काइल वेरेन.