IND vs SA: धवन-कोहली और शार्दुल को छोड़ सभी बेदम, 62 रनों पर खोए 6 विकेट, 31 रन से जीता साउथ अफ्रीका

IND vs SA: धवन-कोहली और शार्दुल को छोड़ सभी बेदम, 62 रनों पर खोए 6 विकेट, 31 रन से जीता साउथ अफ्रीका

पार्ल. एक और मैच के साथ कई साल से चला आ रहा एक और मिथक भी टूट गया. टेस्‍ट सीरीज में जैसे टीम इंडिया को सेंचुरियन में पहली जीत मिली और जोहानिसबर्ग में पहली बार, उसी तरह वनडे सीरीज में भी भारतीय टीम के पार्ल के मैदान में अजेय रहने के सिलसिले पर विराम लग गया. तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे में साउथ अफ्रीका ने 31 रनों से बाजी अपने नाम की. इसके साथ ही वनडे कप्‍तान के तौर पर केएल राहुल की शुरुआत भी खराब अनुभव के साथ हुई. साउथ अफ्रीका ने बहुत सिलसिलेवार तरीके से टीम इंडिया का शिकार किया. पहले तो टॉस जीतकर 4 विकेट पर 296 रनों का स्‍कोर खड़ा किया. और फिर भारतीय टीम को 50 ओवर में 8 विकेट पर 265 रनों पर रोककर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. भारत के लिए 79 रन बनाने वाले शिखर धवन, 51 रनों की पारी खेलने वाले पूर्व कप्‍तान विराट कोहली और नाबाद 50 रन जड़ने वाले शार्दुल ठाकुर को छोड़कर कोई बल्‍लेबाज अपना दम नहीं दिखा सका. पार्ल के मैदान पर खेले चार मैचों में ये भारत की पहली हार है. 

धवन और कोहली... मानो बस ये दोनों ही आए थे बल्‍लेबाजी करने  
लक्ष्‍य काफी चुनौतीपूर्ण था इसलिए जीत के लिए चाहिए थी जबरदस्‍त शुरुआत. लेकिन ये बीड़ा कप्‍तान केएल राहुल नहीं उठा सके. अलबत्‍ता वापसी कर रहे दिग्‍गज शिखर धवन अपने उसी अंदाज और रंग में नजर आए जो उनपर फबता रहा है. हालांकि राहुल ने भले ही 12 रन बनाए लेकिन धवन के साथ पहले विकेट के लिए 8.3 ओवर में 46 रन जोड़ दिए. राहुल एडन मार्करम की गेंद पर क्विंटन डी कॉक को कैच दे बैठे. इसके बाद धवन और विराट कोहली का रंग जमा. दोनों ने न केवल पारी को संभाला बल्कि रनगति का भी खूब ख्‍याल रखा. इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 92 रन जोड़कर साउथ अफ्रीकी कप्‍तान टेम्‍बा बावुमा के माथे की लकीरें बढ़ा दीं. हालांकि जब टीम का स्‍कोर 25.3 ओवर में 138 रन हो गया था तभी धवन अपने शतक से 21 रन पहले पवेलियन लौट गए. उन्‍हें केशव महाराज ने बोल्‍ड किया.

62 रनों पर गिरे छह विकेट
अब निगाहें कोहली पर टिकी थीं और उनका साथ देने आए ऋषभ पंत पर भी. ये साथ हालांकि लंबा नहीं चला और कोहली भी अपना नियमित अर्धशतक बनाकर पवेलियन का रुख कर बैठे. वजह वही थी, ऑफ स्‍टंप के बाहर की. पूर्व कप्‍तान के तौर पर अपना पहला वनडे खेल रहे कोहली ने 63 गेंद पर 51 रन बनाए. कोहली को तबरेज शम्‍सी ने कप्‍तान बावुमा के हाथों कैच कराया. इसके बाद तो भारतीय बल्‍लेबाज काफी जल्‍दबाजी में दिखे. पवेलियन पहुंचने की तेजी इतनी कि सिर्फ 62 रनों पर छह बल्‍लेबाज निकलते चले गए. पहले श्रेयस अय्यर 17 रन बनाकर लुंगी एन्गिडी का शिकार बने तो फिर ऋषभ पंत भी 16 रनबनाकर फेहलुकवायो की गेंद पर स्‍टंप हुए. इसके बाद डेब्‍यू कर रहे वेंकटेश अय्यर भी बेपरवाह अंदाज में शॉर्ट पिच गेंद पर पुल शॉट खेलकर एन्गिडी की गेंद पर रासी वान डेर दुसैं को कैच दे बैठे. अगले विकेट रविचंद्रन अश्विन और भुवनेश्‍वर कुमार के गिरे. इस तरह दो विकेट पर 152 रन से भारतीय टीम का स्‍कोर आठ विकेट पर 214 रन हो गया.    

 

दुसैं और बावुमा ने जड़े शतक, 204 रनों की साझेदारी

इससे पहले, रासी वान डेर दुसैं और कप्‍तान टेम्‍बा बावुमा के शतक और दोनों के बीच चौथे 204 रन की साझेदारी ने दक्षिण अफ्रीका ने चार विकेट पर 296 रन बनाए. धीमी शुरुआत के बाद दुसैं (96 गेंद में नाबाद 129) और बावुमा (143 गेंद में 110 रन) ने भारत के खिलाफ वनडे मैचों में दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी करके टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया. ये दोनों उस समय साथ आए थे जब टीम 18वें ओवर में 68 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद संकट में थी. भारत के लिए सबसे सफल गेंदबाज जसप्रीत बुमराह रहे जिन्होंने 48 रन देकर दो विकेट चटकाए. रविचंद्रन अश्विन ने 53 रन देकर एक विकेट चटकाया लेकिन अन्य गेंदबाज सफलता हासिल करने के लिए जूझते नजर आए.  

 

अगली टक्‍कर 21 जनवरी को पार्ल में ही होगी 
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की सीरीज का दूसरा वनडे पार्ल के इसी बोलैंड पार्क पर खेला जाना है. इस मैच में भारतीय टीम को हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी तभी वो सीरीज में बनी रह सकेगी. सीरीज का तीसरा और आखिरी वनडे मैच केपटाउन में रविवार 23 जनवरी को खेला जाना है.