IND vs SA: पहले वनडे में भारत के लिए बड़ी खुशखबरी, राहुल एंड कंपनी का सबसे बड़ा खतरा सीरीज से बाहर

IND vs SA: पहले वनडे में भारत के लिए बड़ी खुशखबरी, राहुल एंड कंपनी का सबसे बड़ा खतरा सीरीज से बाहर

पार्ल. साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज शुरू होने से पहले ही भारतीय टीम के लिए राहतभरी खबर सामने आई है. दोनों टीमों के बीच पहला मुकाबला 19 जनवरी, बुधवार को होना है और उससे ठीक पहले साउथ अफ्रीका ने अपने तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा को सीरीज से आराम दे दिया है. ये फैसला उन पर वर्कलोड को कम करने के लिए किया गया है. इसका ये भी मतलब हुआ कि भारतीय टीम को अब साउथ अफ्रीका के सबसे घातक हथियार और अपने सबसे बड़े खतरे का सामना वनडे सीरीज में नहीं करना होगा. क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने ये ऐलान करते हुए ये भी साफ कर दिया है कि रबाडा की जगह किसी अन्‍य खिलाड़ी को वनडे टीम में शामिल नहीं किया जाएगा. 

ये मुश्किल सीरीज होने वाली है
वहीं, सीमित ओवर प्रारूप में साउथ अफ्रीका के कप्‍तान टेम्‍बा बावुमा ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने वाले क्विंटन डिकॉक की वनडे सीरीज में वापसी पर खुशी जताई है. बावुमा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘डिकॉक को फिर से टीम में देखना अच्छा है. जाहिर तौर पर हमें टेस्ट टीम में उनकी कमी खलती है. बावुमा ने साथ ही कहा, ‘सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत एक मजबूत टीम है. हम उनकी टीम का वैसे ही सम्मान करते हैं जैसे अन्य टीमों का करते हैं. टेस्ट सीरीज को देखते हुए हम जानते हैं कि यह कठिन मुकाबला होने वाला है.’

धीमे गेंदबाजों की मददगार पार्ल की पिच
बावुमा ने प्‍लेइंग इलेवन को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, ‘मार्को यानसिन को वनडे टीम में शामिल किया गया है. दुनिया ने देखा है कि उनके पास क्रिकेट की क्या क्षमता है. उन्‍हें सीमित ओवर की टीम में लाने के लिए ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत नहीं पड़ी. वह अंतिम एकादश में जगह पाने का मजबूत दावेदार है.’ टीम के गेंदबाजी संयोजन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘गेंदबाजी संयोजन के बारे में हमें पार्ल की परिस्थितियों पर विचार करना होगा. यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों के विकेट (पिच) से काफी अलग है. यह थोड़ा धीमा है. लुंगी एन्गिडी और यानसिन जैसे लोग मजबूत दावेदार हैं. हमें देखना होगा कि कौन से खिलाड़ी परिस्थितियों का फायदा उठा सकते हैं. पार्ल धीमे गेंदबाजों के लिए मददगार होता है. तबरेज शम्सी, केशव महाराज सभी का दावा मजबूत होगा.’