नई दिल्ली। टेस्ट सीरीज के बाद अब वनडे सीरीज की बारी है और भारत- दक्षिण अफ्रीका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का भी आगाज हो चुका है. इस बीच पहले वनडे में अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है. लेकिन भारत की तरफ से सबसे बड़ी बात ये है कि पहले वनडे में ही आईपीएल स्टार यानी की वेंकटेश अय्यर का डेब्यू हो रहा है. टीम इंडिया के कप्तान केएल राहुल ने कल साफ कर दिया था कि उनकी टीम यहां छठे गेंदबाज के तौर पर वेंकटेश को देख रही है और वो नेट्स भी कमाल कर रहे हैं. ऐसे में पहले आईपीएल, फिर टी20 और फिर वनडे में डेब्यू कर वेंकटेश ने अपने बेहतरीन टैलेंट का सबूत दे दिया है.
2015 में लिस्ट ए में किया था डेब्यू
2015 में लिस्ट ए क्रिकेट में मध्य प्रदेश के लिए डेब्यू करने के बाद, वेंकटेश को आईपीएल में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए छह साल तक इंतजार करना पड़ा. वेंकटेश तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने होल्कर स्टेडियम में पंजाब के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी 2020-21 के ग्रुप बी मैच में 146 गेंदों पर 198 रन बनाए. अय्यर भले ही शानदार दोहरा शतक बनाने का मौका चूक गए हों, लेकिन उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के सीईओ वेंकी मैसूर का ध्यान खींचा था जिसके बाद जल्द ही उन्हें फरवरी 2021 में फ्रैंचाइज़ी के जरिए साइन कर लिया गया था. बाएं हाथ के बल्लेबाज ने आईपीएल 2021 के दूसरे चरण की 10 पारियों में 128.41 के स्ट्राइक रेट से 370 रन बनाए. वेंकटेश ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर न सिर्फ आईपीएल खएला बल्कि इंटरनेशनल फॉर्मेट में भी डेब्यू किया.
टी20 में कर चुके हैं डेब्यू, अब वनडे की बारी
वेंकटेश ने जयपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया जहां वो किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार थे. वेंकटेश को टी20 में दो बार नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने के लिए रखा गया था और रांची में दूसरे मैच में उन्होंने नंबर 3 पर बल्लेबाजी की थी. उस दौरान वेंकटेश ने 4, 12, 20 का स्कोर बनाया और अंतिम T20I मैच में एडम मिल्ने का विकेट लिया. ऐसे में अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में वेंकटेश अपना दम दिखाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
राहुल एक बेहतरीन लीडर
वनडे कप्तान केएल राहुल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा था कि, मैं न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 में डेब्यू किया और सीरीज जीती. ऐसे में केएल भाई की कप्तानी में खेलने के लिए तैयार हूं. वो एक अलग तरह के कप्तान हैं और इस दौरे पर उनसे काफी कुछ सीखने को मिलेगा. मुझे विश्वास है कि हमारी टीम राहुल भाई नेतृत्व में ये सीरीज अपने नाम कर लेगी.
ऑलराउंडर एक मुश्किल रोल है
अपने ऑलराउंडर होने पर अय्यर ने एक इंटरव्यू में कहा था, ये एक मुश्किल रोल होता है क्योंकि आपको गेंदबाजी, बल्लेबाजी,फील्डिंग सबकुछ करना होता है. यहां आपको टीम के साथ परफेक्ट बैलेंस लेकर चलना होता है. मैं यहां अपने करियर में मिले मौके को अपनाने के लिए पूरी तरह तैयार हूं. मैं यहां हर डिपार्टमेंट में टीम का साथ देना चाहता हूं. मैंने अभ्यास के दौरान काफी मेहनत की है और इसी से मुझे आत्मविश्वास हासिल हुआ है.