नई दिल्ली. सेंचुरियन टेस्ट में अपनी घातक गेंदबाजी से टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले मोहम्मद शमी ने जोहानिसबर्ग में खेले जा रहे दूसरे मुकाबले में भी अपने शुरुआती तेवर दिखा दिए हैं. भारतीय बल्लेबाज भले ही साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों के आगे पहली पारी में सिर्फ 202 रनों पर सिमट गए हों लेकिन टीम इंडिया के गेंदबाजों ने अभी सरेंडर नहीं किया है और पहले दिन का खेल खत्म होने तक मेजबान टीम का 1 विकेट 35 रनों पर पवेलियन भेज दिया है. इसमें मोहम्मद शमी का योगदान इसलिए अहम रहा क्योंकि उन्होंने ही सबसे पहले साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम में सेंधमारी की और टीम के ओपनर एडन मार्करम को एलबीडब्ल्यू आउट कर पवेलियन की राह दिखाई. मगर हम आपको शमी के उस खौफ से रूबरू करा रहे हैं जिसकी बदौलत तीन साल पहले 2018 में टीम इंडिया ने जोहानिसबर्ग में जीत की इबारत लिखी थी.
पहली पारी में शमी को मिला एक विकेट
दरअसल, साल 2018 के साउथ अफ्रीकी दौरे पर टीम इंडिया ने जोहानिसबर्ग में सीरीज का तीसरा टेस्ट 24 से 27 जनवरी के बीच खेला था. इसमें भारतीय टीम ने 63 रनों से जीत दर्ज की थी. टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 187 रनों का स्कोर खड़ा किया जिसमें कप्तान विराट कोहली ने 54 रन बनाए तो चेतेश्वर पुजारा ने 50 व भुवनेश्वर कुमार ने 30 रनों का योगदान दिया. जवाब में साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 194 रनों पर ढेर हो गई. इसमें जसप्रीत बुमराह ने 5 और भुवनेश्वर कुमार ने तीन विकेट लिए जबकि मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा के हिस्से में एक एक विकेट आया. शमी ने 12 ओवर में 46 रन देकर साउथ अफ्रीकी पारी के दूसरे सर्वोच्च स्कोरर वर्नोन फिलेंडर (35 रन) को बुमराह के हाथों कैच कराया.
दूसरी पारी में शमी ने लगाया विकेटों का पंजा
मैच की दूसरी पारी में भारतीय टीम 247 रन बनाकर आउट हो गई. इस बार अजिंक्य रहाणे ने 48 रन बनाए तो कप्तान कोहली ने 41 रन की पारी खेली. भुवनेश्वर कुमार का बल्ला इस पारी में भी बोला और 33 रन निकले. इस पारी में मोहम्मद शमी ने भी बल्ला भांजा और 28 गेंदों पर 1 चौके और 2 छक्कों की मदद से 27 रन बनाकर टीम के लिए अहम रन जुटाए. 241 रन के लक्ष्य के जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम 177 रनों पर सिमट गई और 63 रनों से मैच हार गई. इसमें शमी का सबसे ज्यादा अहम योगदान रहा जिन्होंने दूसरी पारी में 12.3 ओवर में 28 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए. इस दौरान शमी ने एडन मार्करम, वर्नोन फिलेंडर, एंडिल फेलुकवायो, मोर्ने मोर्कल और लुंगी एन्गिडी को अपना शिकार बनाया. शमी ने कुल मिलाकर इस मैच में छह विकेट लिए.