IND vs SA Preview: 29 साल, 7 टेस्ट सीरीज हार... अब साउथ अफ्रीका में इतिहास पलटने उतरेगी विराट सेना

IND vs SA Preview: 29 साल, 7 टेस्ट सीरीज हार... अब साउथ अफ्रीका में इतिहास पलटने उतरेगी विराट सेना

नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच रविवार से 3 टेस्ट मैचों की शुरुआत होने वाली हैं. पहला मैच 26 से 30 दिसंबर के बीच सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में खेला जाएगा. भारत ने अब तक दक्षिण अफ्रीका में 7 टेस्ट सीरीज खेली हैं जिसमें उसे एक भी सीरीज में जीत नहीं मिली है. इन सीरीज में टीम ने सिर्फ तीन टेस्ट ही जीते हैं. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को उसकी धरती पर शिकस्त देने के बाद अब दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीतने के लिए भारतीय टीम पूरी तरह तैयार दिख रही है. कप्तान विराट कोहली के लिए पांचवें नंबर के बल्लेबाज के रूप में कम अनुभवी श्रेयस अय्यर और अनुभवी लेकिन खराब फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे में से किसी एक का चयन करना आसान नहीं होगा. यही नहीं पांचवें गेंदबाज के रूप में शार्दुल ठाकुर या ईशांत शर्मा में से किसी एक को चुनने के लिए भी माथापच्ची करनी होगी.

रहाणे- ईशांत पर सबसे बड़ा सवाल
न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट में भारतीय टीम प्रबंधन ने रहाणे और ईशांत को चोटिल बताकर बाहर कर दिया था लेकिन यदि वे रविवार को अंतिम एकादश में जगह नहीं बना पाते हैं तो यही माना जाएगा कि उन्हें बाहर किया गया है. भारत ने दक्षिण अफ्रीका का पहला दौरा 1992 में किया था लेकिन वह अभी तक यहां टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाया है. ऐसे में कोहली यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले कप्तान बनने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे. दक्षिण अफ्रीका अब पहले की तरह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मजबूत टीम नहीं रही क्योंकि पिछले कुछ सालों से वह परिवर्तन के दौर से गुजर रही है. इसे देखते हुए कोहली और उनकी टीम के लिए इसे बेहतरीन मौका माना जा रहा है. भारतीय टीम अपनी प्रतिंद्वंद्वी टीम से बेहतर नजर आती है और अगर वह मैदान पर भी खुद को बेहतर साबित करती है तो वह पहली बार दक्षिण अफ्रीका में सीरीज जीतने में भी सफल रहेगी. भारतीय टीम विशेषकर कोहली के लिए यह सीरीज कई मायनों में महत्वपूर्ण है और वे इसे यादगार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. कोहली उस टीम के खिलाफ अपना दबदबा बनाने की कोशिश करेंगे जिसके केवल दो खिलाड़ियों कप्तान डीन एल्गर (69 टेस्ट) और विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (53 टेस्ट) ने ही 50 से अधिक मैच खेले हैं.


एनरिक नॉर्किया बाहर, भारत को मिलेगा फायदा
भारत के लिए अच्छी खबर है कि कगिसो रबाडा का साथ देने के लिए विश्व के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक एनरिक नॉर्किया नहीं होंगे. जहां तक भारतीय बल्लेबाजों का सवाल है तो उन्हें बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज को लेकर अधिक चिंता नहीं होगी. कोहली को जहां एक कमजोर मानी जा रही टीम के खिलाफ अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाना होगा, वहीं उन्हें खुद भी बड़ी पारी खेलनी होगी क्योंकि वह 2019 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक नहीं लगा पाए हैं. इस बीच उनका औसत 30 से कम रहा जो उनपर और दबाव डाल रहा है. कोहली ने दौरा शुरू होने से पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली पर निशाना साधकर नई चर्चा शुरू कर दी थी. लेकिन जो लोग कोहली को जानते हैं वे समझते हैं कि इस तरह की घटनाओं से भारतीय कप्तान अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होते हैं. 


बड़े बल्लेबाजों को करना होगा कमाल
कोहली नेट सेशन के दौरान अच्छी फॉर्म में दिख रहे थे. इसके साथ ही वह चाहेंगे कि उप कप्तान केएल राहुल इंग्लैंड के अपने प्रदर्शन को दोहराएं और चेतेश्वर पुजारा भी बड़ा स्कोर खड़ा करें. नंबर पांच बल्लेबाज के लिए रहाणे पर अय्यर का पलड़ा भारी नजर आता है लेकिन यहां उन्हें डुआने ओलिवर जैसे गेंदबाज की गुडलेंथ गेंदों से जूझना होगा. सेंचुरियन की पिच वैसे भी मैच आगे बढ़ने पर तेज होती जाती है. ऋषभ पंत भी मुश्किल परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं और अगर वह स्पिनर महाराज पर एक हाथ के सहारे छक्के जड़ते हैं तो कप्तान कोहली को भी कोई दिक्कत नहीं होगी. भारतीय बल्लेबाजों को हालांकि रबाडा और डुआने से सतर्क रहने की जरूरत है. जसप्रीत बुमराह अपनी तेज गेंदबाजी से दोनों टीमों के बीच अंतर पैदा कर सकते हैं. वह रेस्ट के बाद वापसी कर रहे हैं और एल्गर, टेम्बा बावुमा और डिकॉक जैसे बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा लेने के लिए तैयार हैं. यदि बुमराह और मोहम्मद शमी टॉप ऑर्डर पर हावी हो जाते हैं तो दक्षिण अफ्रीका के बाकी बल्लेबाजों के लिये रविचंद्रन अश्विन का सामना करना आसान नहीं होगा.

26 से 30 दिसंबर 2021- भारत बनाम साउथ अफ्रीका- सेंचुरियन
3 से 7 जनवरी 2022- भारत बनाम साउथ अफ्रीका- जोहानिसबर्ग
11 से 15 जनवरी 2022- भारत बनाम साउथ अफ्रीका- केपटाउन