अश्विन को शास्‍त्री की खरी-खोटी, कहा- मेरी नौकरी मक्‍खन लगाने की नहीं है, कोच चैलेंज देगा तो घर जाकर रोने लगोगे?

अश्विन को शास्‍त्री की खरी-खोटी, कहा- मेरी नौकरी मक्‍खन लगाने की नहीं है, कोच चैलेंज देगा तो घर जाकर रोने लगोगे?

नई दिल्ली।  साल 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जब विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज पर कब्ज़ा जमाया था. तब सभी ने इसे विश्व कप से भी बड़ी जीत करार दिया था. लेकिन इस सीरीज के दौरान रविचंद्रन अश्विन को कोच रवि शास्त्री की एक बात इतनी चुभी थी कि उन्हें अपना करियर खत्म लगने लगा था. जिस पर अब शास्त्री ने पटलवार करते हुए अश्विन को करारा जवाब दिया और कहा कि अगर मेरी बात से उन्हें ठेस पहुंची और उन्होंने दमदार वापसी की तो मुझे इस बात की ख़ुशी है.

 

सिडनी टेस्ट में कुलदीप को बताया सर्वश्रेष्ठ
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के इस दौरे पर सिडनी टेस्ट मैच में चाइनामैन कुलदीप यादव ने एक पारी में पांच विकेट चटकाए थे. जिसके जवाब में शास्त्री ने कहा था कि विदेशी सरजमीं पर कुलदीप हमारे नंबर वन स्पिनर हैं. शास्त्री की इस बात पर अश्विन को काफी दुःख हुआ था. जिसके बार में उन्होंने हाल ही में ईएसपीऍन क्रिकइंफो से बातचीत में कहा था कि वह कुलदीप के लिए वह वास्तव में खुश थे क्योंकि उन्हें पता था कि ऑस्ट्रेलिया में एक स्पिनर के रूप में पांच विकेट लेना कितना मुश्किल है लेकिन शास्त्री की टिप्पणी ने उन्हें पूरी तरह से हताश कर दिया था. पूरी तरह से टूटा हुआ. हम सभी इस बारे में बात करते हैं कि अपने साथियों की सफलता का लुत्फ उठाना लेना कितना जरूरी है. मुझे लगा कि बुरी तरह कुचल दिया गया है, किसी ने बस के नीचे फेंक दिया है. मैंने करियर के मुश्किल समय में कई बार क्रिकेट को अलविदा कहने के लिए सोचा."

 

मेरी नौकरी मक्खन लगाना नहीं - शास्त्री 
इस तरह अश्विन के इस बयान का जवाब देते हुए अब रवि शास्त्री ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, "अश्विन सिडनी टेस्ट नहीं खेले और कुलदीप ने शानदार गेंदबाजी की. इसलिए उसे क्रेडिट दिया. अश्विन को अगर यह बात चुभती है तो मुझे ख़ुशी है. इस बात ने उसे कुछ और करने के लिए प्रेरित किया. मेरी नौकरी हर खिलाड़ी को मक्खन लगाना नहीं है. मेरी नौकरी बिना किसी एजेंडा के बस तथ्यों पर बात करना है."

 

आपका कोच चुनौती देगा तो क्या घर जाकर रोते रहोगे 
शास्त्रे ने आगे कहा, "यदि आपका कोच आपको चुनौती देता है, तो आप क्या करेंगे? रोते हुए घर जाओगे और कहोगे कि मैं वापस नहीं आऊंगा. एक खिलाड़ी के रूप में मैं कोच को गलत साबित करना एक चुनौती के रूप में लूंगा. अगर मेरे कुलदीप के उपर दिए गए बयान से अश्विन को चोट पहुंची तो मैं काफी खुश हूं कि मैंने वह ऐसी बात कही, जिससे अश्विन को दुःख हुआ और उन्होंने कुछ अलग ट्राइ करके वापसी की."