नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका में पाए जाने वाले कोरोना के नए और खतरनाक कोरोना वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' के बावजूद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसे तय समय सीमा से कराने का फैसला किया है. लेकिन इसी बीच टीम इंडिया के कुछ क्रिकेटर कोरोना के डर से अब साउथ अफ्रीका दौरे पर नहीं जाना चाहते हैं. बीसीसीआई के एक सूत्र ने जानकारी देते हुए बताया कि ओमिक्रॉन का सबसे पहला केस साउथ अफ्रीका में पाया गया. जिसके बाद इसकी रफ़्तार वहां थम नहीं रही है. इसी डर से कुछ भारतीय खिलाड़ी भी अब साउथ अफ्रीका दौरे को लेकर असमंजस में हैं. हालांकि साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड (सीएसए) ने बीसीसीआई से कड़ी सुरक्षा और बायो बबल को लेकर किसी भी प्रकार की ढिलाई न होने का वादा किया है.
इनसाइड स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, “निश्चित रूप से खिलाड़ी इसको लेकर चिंतित हैं और कुछ ऐसे भी हैं, जो इस दौरे पर नहीं जाना चाहते हैं. बीसीसीआई ऐसे मामलों में हमेशा आखिरी फैसला लेने से पहले खिलाड़ियों का नजरिया देखता है, उनकी बात सुनता है. हमें उम्मीद है कि यह दौरा शेड्यूल के मुताबिक ही होगा.”
साउथ अफ्रीका दौरे में एक सप्ताह की हो सकती है देरी
गौरतलब है कि टीम इंडिया जहां इन दिनों न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज का अंतिम टेस्ट मैच मुंबई में खेल रही है. जिसके ख़त्म होने के बाद सभी खिलाड़ियों को साउथ अफ्रीका दौरे पर रवाना होना है. हालांकि अभी टीम चयन नहीं हुआ है और ऐसा माना जा रहा है कि कुछ खिलाड़ियों ने न जाने की मांग भी रखी है. जिसका असर टीम चयन में भी देखने को मिल सकता है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट मैच 17 दिसंबर से खेला जाना है. लेकिन इससे पहले यह भी रिपोर्ट आई थी कि बीसीसीआई से साउथ अफ्रीका से इस दौरे को एक सप्ताह देर से शुरू करने की बात भी कही है. जिसके बारे में सूत्र ने आगे कहा, "हमें एक या दो दिन और इंतजार करना होगा और इसको लेकर स्थिति साफ हो पाएगी."
बता दें कि टीम इंडिया को तय कार्यक्रम के अनुसार साउथ अफ्रीका दौरे पर तीन टेस्ट मैच, इतने ही वनडे और चार टी20 मैचों की सीरीज खेलनी हैं. जिसकी शुरुआत 17 नवंबर और अंतिम मैच 26 जनवरी को खेला जाना है.