नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका इस बात से अच्छी तरह वाकिफ है कि भारत ने हाल में विदेशों में सफलताएं हासिल की हैं लेकिन उसके कप्तान डीन एल्गर का मानना है कि तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में घरेलू मैदानों पर खेलने के कारण उनकी टीम का पलड़ा थोड़ा भारी रहेगा. लकिन भारतीय तेज गेंदबाजों से लोहा लेना होगा. भारत ने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर 2-1 से हराया और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया जहां उसे न्यूजीलैंड से हार मिली थी. यही नहीं भारत ने तब इंग्लैंड में चार मैच में 2-1 से बढ़त बना रखी थी जब पांचवां टेस्ट कोविड-19 मामलों के कारण स्थगित कर दिया गया था.
हमारा पलड़ा रहेगा भारी
एल्गर ने सेंचुरियन में होने वाले टेस्ट मैच से पहले कहा, ‘‘यह काफी हद तक बराबरी का मुकाबला है. हम घरेलू मैदानों पर खेल रहे हैं जिससे हमारा पलड़ा थोड़ा भारी रहेगा. उनकी टीम दुनिया में नंबर एक है. हम इसे इस तरह से नहीं देख सकते. एक क्रिकेट प्रेमी के रूप में मेरा आकलन है कि उनकी टीम पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन कर रही है. उन्होंने हाल में जो कुछ किया आप उसका श्रेय उनसे नहीं छीन सकते हैं. इसलिए मैं यहां यह कहने के लिए नहीं आया हूं कि उनकी टीम विश्व में सर्वश्रेष्ठ नहीं है क्योंकि रैंकिंग प्रणाली भी मायने रखती है. लेकिन इस तथ्य को भी नकारा नहीं जा सकता कि हम अपने घरेलू मैदानों पर खेल रहे हैं जिससे सीरीज में उतरने से पहले हम बेहतर स्थिति में हैं.’’
एल्गर ने माना भारतीय तेज गेंदबाजों का लोहा
भारत की सफलता में उसके तेज गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई और एल्गर ने भी माना कि मेहमान टीम के तेज गेंदबाज साउथ अफ्रीका की तेज और उछाल वाली पिचों का फायदा उठा सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इस समय उनका मजबूत पक्ष उनकी गेंदबाजी है. हम इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं. एक गेंदबाजी इकाई के रूप में उन्होंने काफी सफलता हासिल की है. उनके पास काफी अनुभवी गेंदबाज हैं जिनका साथ देने के लिए भी अच्छे गेंदबाज हैं. साउथ अफ्रीका में मैच होने के कारण मुझे पूरा यकीन है कि उनका गेंदबाजी आक्रमण परिस्थितियों का अच्छी तरह से फायदा उठाएगा. यह जानते हुए कि हमारे पास भी तेज गेंदबाज हैं और हमें थोड़ी गति और उछाल मिलेगी तथा विकेट से उन्हें थोड़ा मदद मिल सकती है.’’