Anusha Bareddy: दिहाड़ी मजदूर बनकर पाला परिवार का पेट, लोकल टूर्नामेंट खेल बनाया नाम, जानें कौन हैं टीम इंडिया की नई फिरकी गेंदबाज अनुषा

Anusha Bareddy: दिहाड़ी मजदूर बनकर पाला परिवार का पेट, लोकल टूर्नामेंट खेल बनाया नाम, जानें कौन हैं टीम इंडिया की नई फिरकी गेंदबाज अनुषा

भारत की महिला क्रिकेट टीम और बांग्लादेश की टीम के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज की शुरुआत हो चुकी है. हरमनप्रीत कौर की टीम को बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज जीत का दावेदार बताया जा रहा है. लेकिन इस बीच में टीम में एक ऐसे स्पिनर की एंट्री हुई जिनकी कहानी किसी हिंदी फिल्म से कम नहीं है. हम टीम इंडिया में डेब्यू करने वाली अनुषा बरेड्डी की बात कर रहे हैं. पहले मैच में इस खिलाड़ी को प्लेइंग 11 में शामिल किया गया है. ऐसे में अनुषा आंध्र प्रदेश के एक छोटे गांव से टीम इंडिया तक कैसे पहुंची. चलिए जानते हैं उनका अब तक सफर.

अनुषा आंध्र प्रदेश के अनंतपुर गांव से आती हैं. उनके गांव में न तो खेल का मैदान था और न ही कोई अच्छी सुविधा. अनुषा को न तो किसी कोच का साथ मिला और न ही इस सफर में किसी ने उनका साथ दिया. इस खिलाड़ी ने बचपन से ही कई मुश्किलों का सामना किया है. हालांकि उन्हें सबसे पहले फिजिकल टीचर रवींद्र ने सपोर्ट किया जिसके बाद उन्होंने मैदान में कदम रखा.

पेसर से बनीं स्पिनर


अनुषा सबसे पहले पेसर थीं. वो बल्लेबाजी भी अच्छा करती थीं. अनुषा ऑलराउंडर खिलाड़ी थीं और फील्डिंग में इतना जबरदस्त प्रदर्शन करती थीं कि उनकी साथी दोस्त उनसे काफी ज्यादा डरती थीं. जैसे ही उन्होंने देखा कि बाएं हाथ के स्पिनरों को ज्यादा मौके मिल रहे हैं तो वो पेसर से स्पिनर बन गई. अनुषा को सबसे पहले उस वक्त ब्रेक मिला जब उनका चयन आंध्र की अंडर 19 टीम में हुआ. अनुषा ने कई हद तक लोकल टूर्नामेंट खेलकर अपना नाम बनाया. 2018 में चेन्नई में अनुषा ने साउथ जोन टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया. इसके बाद वो मैच दर मैच खुद को साबित करती गईं. साल 2019 में वो एनसीए कैंप के लिए चुनी गईं जिसके बाद उन्हें अच्छी सुविधाएं और कोचिंग मिली.

 

ये भी पढ़ें:

WI सीरीज से पहले विराट कोहली का धांसू वर्कआउट, कहा- हर दिन होना चाहिए...8 साल, शेयर की फोटो

Duleep Trophy सेमीफाइनल में बड़ा विवाद, 4 मिनट 43 सेकेंड में गेंदबाज ने डाली तीन गेंद, स्पिरिट ऑफ क्रिकेट पर उठे सवाल