जसप्रीत बुमराह मुंबई इंडियंस की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ शानदार जीत के असली हीरो रहे. उन्होंने 4 ओवर में 21 रन देकर 5 विकेट लिए. उनकी खौफनाक गेंदबाजी के आगे बेंगलुरु ने घुटने टेक दिए. बुमराह इसी के साथ पर्पल कैप होल्डर भी बन गए हैं.
5 मैचों में बुमराह के नाम कुल 10 विकेट हो गए हैं. बेंगलुरु के खिलाफ मुंबई को जीत दिलाने के बाद बुमराह ने बताया कि कैसे उन्होंने खुद को नंबर वन गेंदबाज बनाया. जीत के बाद बुमराह ने कहा-
नतीजे से काफी खुश हूं. मैं कभी नही कहूंगा कि मैं फाइफर लेना चाहता था. योगदान देकर बहुत खुश हूं. आपके पास हर तरह की स्किल्स होनी चाहिए. मैंने करियर के शुरुआती दिनों में इस पर काम किया है. मेरे पास अलग-अलग विकल्प होने चाहिए. मैं कोशिश करता हूं कि मैं एक ही चाल वाला पोनी ना बनूं. मैं केवल यॉर्कर पर भरोसा नहीं कर सकता, क्योंकि कई बार ऐसा भी हो सकता है कि आपका दिन खराब हो. इसलिए मैं अन्य गेंदों पर भरोसा कर सकता हूं.
वीडियो देखकर कमियों पर करते हैं काम
जब चीजें मेरे हिसाब से काम नहीं करतीं तो अगले दिन मैंने वीडियो देखें और इसका एनालिसिस किया कि क्या काम नहीं आया. तैयारी हमेशा अहम होती है. खेल से पहले खुद को प्रेरित करते रहना अहम है. ये एक चाल वाला पोनी नहीं है. आपको हमेशा यॉर्कर फेंकने की जरूरत नहीं है. कभी-कभी आप यॉर्कर फेंकते हैं तो कभी शॉर्ट बॉल फेंकते हैं. इस फॉर्मेट में कोई ईगो नहीं है. आप 145 की स्पीड से गेंद फेंक सकते हैं, लेकिन कभी कभार धीमी गेंद फेंकना जरूरी होता है.
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