नई दिल्ली। दुबई में खेले जाने आईपीएल सीजन 2021 के फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को हराकर चौथी बार खिताब पर कब्जा जमाया. चेन्नई के लिए आईपीएल इतिहास के 10वें फाइनल में फाफ डु प्लेसिस का बल्ला जमकर बोला और उन्होंने 86 रनों की पारी खेली. जिसको सभी फैंस जीत के लिए टर्निंग पॉइंट भी मान रहे हैं लेकिन धोनी को आईपीएल ट्राफी तो उनके खिलाड़ी नहीं बल्कि केकेआर के एक खिलाड़ी ने जिता दी. जी हां, हम बात कर रहे हैं केकेआर के खिलाड़ी दिनेश कार्तिक की, जिनकी एक गलती की सजा उनकी टीम को खिताब गंवाने के रूप में भुगतनी पड़ी.
केकेआर ने चुनी पहले गेंदबाजी
खिताबी जंग में केकेआर कप्तान मॉर्गन ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी चुनी और चेन्नई को बल्लेबाजी का न्यौता दिया. ऐसे में चेन्नई की तरफ से सलामी बल्लेबाजी करने आए ऋतुराज गायकवाड़ और फाफ डू प्लेसिसी ने जोरदार शुरुआत दिलाई. लेकिन पिछले मैच की तरह एक बार फिर कप्तान मॉर्गन ने पॉवरप्ले में अपने स्पिन गेंदबाजों को आक्रमण में लगाया और विकेट लेने का मौका भी बना.
कार्तिक की गलती से जीती धोनी की चेन्नई
दरअसल, पारी के तीसरे ओवर में शाकिब अल हसन गेंदबाजी करने आए और उनकी पहली ही गेंद को फाफ डु प्लेसिस भांप नहीं सके और गेंद का बल्ले से कोई संपर्क नहीं हुआ. लेकिन संपर्क तो विकेटकीपिंग करने वाले दिनेश कार्तिक भी गेंद से नहीं कर सके और उन्होंने फाफ डु प्लेसिस को स्टंप आउट करने का बड़ा मौक़ा गंवा दिया. कार्तिक के गेंद न पकड़ने पर चेन्नई के बल्लेबाजों को एक रन भी बाई के रूप में मिला. इस तरह यही स्टम्पिंग केकेआर को इतनी भारी पड़ी कि मैच उनके हाथ से फिसलता चला गया. यही कारण है कि ऐसा माना जा रहा है धोनी को आईपीएल ट्राफी कार्तिक ने अपनी गलती से थमा दी.