नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सीजन के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ सभी 10 फ्रेंचाईजी ने अपनी तैयारी करना शुरू कर दी है. इसी कड़ी में पहली बार आईपीएल के मैदान में उतरने वाली लखनऊ फ्रेंचाईजी ने जहां अपने नाम लखनऊ सुपर जायंट्स को सबके सामने रखा. वहीं 17 करोड़ की मोटी रकम लेकर लखनऊ के कप्तान बने केएल राहुल ने स्पोर्ट्स तक से ख़ास बातचीत में बताया कि आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में जीत का कोई फ़ॉर्मूला नहीं होता है. बस आपको अपने बेस्ट खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरना होता हैं.
टीम में एनर्जी बनाए रखना सबसे जरूरी
गौरतलब है कि आईपीएल के आगामी सीजन से पहले 12 और 13 फरवरी को बैंगलोर में महा नीलामी का आयोजन होना है. जिसमें सभी 10 फ्रेंचाईजी के बीच 1200 से अधिक खिलाड़ियों में बेस्ट खिलाड़ी को अपनी-अपनी टीम में चुनने की होड़ देखने को मिलने वाली है. इस नीलामी से पहले लखनऊ के कप्तान बने केएल राहुल से जब जीत के फ़ॉर्मूला के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा, "टी20 क्रिकेट में आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में जीत का कोई फ़ॉर्मूला नहीं होता है. बस आपको ध्यान रखना होता है कि आपके पास जो खिलाड़ी दल में मौजूद हैं. उसमें कौन सा बेस्ट है और कब कौन सा खिलाड़ी आपके काम आ सकता है. यही मायने रखता है. आपको पूरे टूर्नामेंट के दौरान टीम में एक एनर्जी बना के रखनी होती है. जिससे टीम का आत्मिश्वास बना रहे. यही एक चीज काम आती है."
मुंबई इंडियंस से मिली सीख
वहीं केएल राहुल के साथ बातचीत में लखनऊ टीम के मालिक संजीव गोएंका भी मौजूद थे. उनसे जब नीलामी में खिलाड़ियों के चुनने और टीम को बनाने के बारे में पूछा गया तो उन्हने कहा, "देखिये हमने जो टीम के कोर तीन खिलाड़ी चुने थे. वह सबको बता दिए हैं और रही बात नीलामी की तो उसमें देखेंगे कौन सा खिलाड़ी हमें मिलता है कौन हमें नहीं मिलता है. मेरे विचार से हमें मुंबई इंडियंस से सीखना चाहिए कि कैसे वह इतने सालों तक अपने कुछ खिलाड़ियों को बैक करते रहे और एक सॉलिड टीम बनाई. उनके जो कोर प्लेयर्स हैं वो सामने निकलकर आए. इसी तरह यह एक प्रोसेस हैं और मैं सिर्फ एक साल के लिए नहीं बल्कि कई सालों के लिए टीम के हित के बारे में सोच रहा हूं. जिससे हमारी टीम में कोर खिलाड़ी बने रहें और हम आगे बढ़ सके."