नई दिल्ली. इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) के मौजूदा सीजन में अधिकतर खिलाड़ी अपनी-अपनी पिछली टीमों को छोड़कर नई टीमों से खेलते नजर आ रहे हैं. वो इसलिए क्योंकि इस साल फरवरी में खिलाडि़यों की नए सिरे से नीलामी हुई थी और फ्रेंचाइजियों को अधिकतम चार खिलाडि़यों को ही रिटेन रखने का अधिकार दिया गया था. इस नीलामी में सबसे महंगे युवा विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन (Ishan Kishan) बिके जिन्हें मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने 15.25 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा. हालांकि अब आईपीएल नीलामी (IPL Auction) को लेकर टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच और पूर्व ऑलराउंडर रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने मजेदर बयान दिया है. उन्होंने बताया है कि अगर वो आईपीएल नीलामी में हिस्सा लेते तो उन्हें कितने रुपये मिलते और टीम में उनकी भूमिका क्या होती.
युवराज सिंह हैं सबसे महंगे भारतीय
दरअसल, ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत के दौरान रवि शास्त्री से ये सवाल किया गया कि अगर वो आईपीएल की नीलामी में हिस्सा लेते तो उन्हें फ्रेंचाइजियों से कितनी रकम मिलती. इस पर रवि शास्त्री ने बिना किसी झिझक और देरी के जवाब दिया कि वो आराम से 15 करोड़ रुपये के ब्रैकेट में आ जाते. शास्त्री ने कहा, मुझे आराम से 15 करोड़ रुपये के ब्रैकेट में शामिल कर लिया जाता और टीम का कप्तान भी मैं ही बनता. इसमें कोई सवाल ही नहीं है. वैसे आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी युवराज सिंह हैं जिन्हें 16 करोड़ रुपये में दिल्ली कैपिटल्स ने अपने साथ जोड़ा था. हालांकि आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी का तमगा साउथ अफ्रीका ऑलराउंडर क्रिस मौरिस के नाम है जिन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 16.25 करोड़ रुपये में खरीदा था.
एक ओवर में लगाए थे छह छक्के
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार ऑलराउंडर रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के लिए 80 टेस्ट मैच खेलकर 3830 रन बनाए हैं. इस प्रारूप में उन्होंने 151 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह भी दिखाई है. इसके अलावा उनके नाम वनडे क्रिकेट में 129 विकेट और 3108 रन भी दर्ज हैं. 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे रवि शास्त्री ने रणजी ट्राॅफी मैच के दौरान एक ओवर में छह छक्के लगाने का कारनामा भी अंजाम दिया था. अपने करीब 11 साल लंबे करियर में रवि शास्त्री ने कई उपलब्धियां अपने नाम की.