भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने अपने करियर में पहली बार सिंगापुर ओपन (Singapore Open) का खिताब अपने नाम किया. रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में दो बार की ओलिंपिक पदक विजेता भारत की पीवी सिंधु ने दुनिया की 8वें नंबर की खिलाड़ी वैंग झी यी को मात दे दी है. चार महीने बाद फाइनल में पहुंची सिंधु ने चीन की 22 वर्षीय खिलाड़ी वैंग को 21-9, 11-21, 21-15 से हराया. इस तरह सिंधु ने साल की खिताबी हैट्रिक लगाई. इससे पहले सिंधु ने स्विस ओपन और सैयद मोदी का खिताब अपने नाम किया था.
सिंधु ने पहले गेम में हासिल की बढ़त
सिंधु ने पहला गेम आसानी से अपने नाम किया. शुरुआत में वैंग ने 2 अंक लेकर बढ़त हासिल कर ली थी. लेकिन इसके बाद सिंधु ने वापसी करते हुए लगातार 11 अंक हासिल करके वैंग पर दबाव बना दिया. इसके बाद वैंग को वापसी का मौका ही नहीं मिला. पहला गेम 21-9 से सिंधु ने अपने नाम किया.
दूसरे गेम में वैंग ने की वापसी
पहला गेम आसानी से गंवाने के बाद वैंग ने जोरदार वापसी की और सिंधु ने कड़ी टक्कर दी. शुरुआत में सिंधु ने फिर से पिछड़ गई थी और इस बार 0-5 के अंतर से पीछे थी. इसके बाद सिंधु ने वापसी करने की कोशिश लेकिन वो अंतर को कम नहीं कर पाई. दूसरे गेम में 11-21 से सिंधु पिछड़ गई.
अक्रामक रूप से सिंधु ने जीता तीसरा गेम
तीसरे गेम की शुरुआत में दोनों लय में दिखी. सिंधु 2-3 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 4-3 से बढ़त हासिल कर ली. इसके बाद सिंधू ने 5-5 के स्कोर के बाद शानदार खेल दिखाया. उन्होंने लंबी रैली जीती और ड्रॉप शॉट के साथ अंक जुटाया. उन्होंने क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ ब्रेक तक 11-6 की बढ़त बनाई. ब्रेक के बाद वैंग को फिर बेहतर हिस्से से खेलने का मौका मिला और उन्होंने सिंधू की गलतियों का फायदा उठाकर स्कोर 11-12 कर दिया. सिंधू ने धैर्य बरकरार रखते हुए 18-14 की बढ़त बनाई. सिंधू ने दमदार स्मैश के साथ पांच मैच प्वाइंट हासिल किए और फिर वैंग के शॉट बाहर मारने पर गेम, मैच और खिताब अपने नाम किया.
इस सीजन लगाई खिताबी हैट्रिक
इस खिताबी जीत से सिंधू का आत्मविश्वास बढ़ेगा जो बर्मिंघम में 28 जुलाई से होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगी. सिंधू का मौजूदा सीजन का यह तीसरा खिताब है. उन्होंने सैय्यद मोदी अंतरराष्ट्रीय और स्विस ओपन के रूप में दो सुपर 300 टूर्नामेंट जीते. सिंधू ओलिंपिक में रजत और कांस्य पदक के अलावा विश्व चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं.