नई दिल्ली। हज़ार बर्क़ गिरे लाख आंधियां उठें, वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं...साहिर लुधियानवी की ये पंक्ति इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी 15वें सीजन के लिए 4 करोड़ की मोटी रकम से लखनऊ टीम में शामिल होने वाले रवि बिश्नोई पर फिट बैठती है. राजस्थान के जोधपुर में स्थित बिरनी गांव के रहने वाले रवि को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था. लेकिन उनके क्रिकेट के आगे तमाम आर्थिक संकट आए, जिनका सामना करते हुए वह चट्टान की तरह खड़े रहे और क्रिकेट के मैदान में फूल की तरह खिल कर सबके सामने आए. इतना ही नहीं जोधपुर में क्रिकेट अकादमी न होने के कारण रवि ने एक समय मजदूरी का काम भी किया और अब करोड़पति बनने के बाद उन्होंने अपने संघर्ष की आप-बीती स्पोर्ट्स तक से ख़ास बातचीत में बयां की है. रवि का मानना है कि उन्होंने 6 महीन तक मजदूरी की और खुद से अकादमी बनाकर अभ्यास करना शुरू किया.
गौरलतब है कि आईपीएल के आगामी 15वें सीजन की नीलामी 12 और 13 फरवरी को होनी है. जिससे पहले आईपीएल की दो नई टीमों लखनऊ और अहमदाबाद ने तीन-तीन खिलाड़ियों को पहले से ही नियम के मुताबिक़ शामिल कर लिया है. इसमें लखनऊ फ्रेंचाईजी ने जहां केएल राहुल को 17 करोड़ की मोटी रकम देकर खरीदा तो उनके साथ मार्कस स्टोइनिस 9.2 करोड़ तो अंत में पिछले सीजन पंजाब किंग्स के लिए खेलने वाले लेग स्पिनर रवि बिश्नोई पर 4 करोड़ बरसा डाले.
मजदूरी करके बनाया क्रिकेट का मैदान
इस तरह करोड़पति बनने के बाद रवि ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा, "हमारे जोधपुर में क्रिकेट को लेकर कोई इतना ख़ास इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं था. जिससे हमे अभ्यास करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. इस तरह जोधपुर में क्रिकेट अकादमी बनाने के लिए हमारे पास पैसे की कमीं थी तो हम सबने मिलकर 6 महीने तक मजदूरी का काम किया और अपने लिए क्रिकेट का मैदान तैयार किया. जिसमें अभ्यास करके हम आगे बढ़ सके."
राहुल की कप्तानी में खेलने को लेकर उत्साहित रवि
2020 अंडर-19 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लिए खेलते हुए रवि ने 17 विकेट चटकाए. जो कि किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा अंडर-19 वर्ल्ड कप में लिए गए सबसे अधिक विकेट हैं. इस प्रदर्शन के दमपर उन्हें आईपीएल 2020 में पंजाब किंग्स ने अपने खेमे में शामिल किया था. जिसके चलते केएल राहुल की कप्तानी में पहले ही दो साल से खेलते आ रहे हैं. इस तरह एक बार फिर राहुल की कप्तानी वाली लखनऊ टीम में शामिल होने के बाद रवि ने कहा, "राहुल भैया ने मेरे खेल को अच्छी तरह से समझा और विकेट के पीछे उनके होने से मुझे काफी फायदा मिल रहा था. उनकी कप्तानी में खेलने से मुझे काफी आसानी हुई और सौभाग्य है कि एक बार फिर से उनके साथ खेलने का मौका मिलेगा. इसके लिए मैं काफी उत्साहित हूं."