नई दिल्ली। साल 2022 का इंडियन प्रीमियर लीग एडिशन और बड़ा होने जा रहा है. इस सीजन में दो नई टीमें देखने को मिलेंगी. बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया यानी की बीसीसीआई ने पहले ही अपकमिंग सीजन से पहले मेगा नीलामी का ऐलान कर दिया है. यहां नए फ्रेंचाइजी को बेहतर ढंग से नई टीम बनाने का मौका मिले इसलिए बीसीसीआई ने ये ऐलान किया है. बीसीसीआई के सूत्रों ने स्पोर्ट्स तक को बताया कि, मेगा ऑक्शन से पहले 8 फ्रेंचाइजी को कितने खिलाड़ियों को रीटेन करने का मौका मिलेगा, इसका जवाब मिल गया है. बोर्ड यहां इस बात पर भी ध्यान दे रही है जिससे रिटेंशन 4 खिलाड़ियों से ज्यादा न हो. ऐसे में कौन सी टीम अपने किस खिलाड़ी को रीटेन करती है आने वाले समय में ये पिक्चर भी क्लियर हो जाएगा.
BCCI की है ये प्लानिंग
अगले सीजन के रिटेंशन पॉलिसी को लेकर बीसीसीआई फिलहाल इस मुद्दे पर चर्चा कर रही है. सूत्रों से पता चला है कि, बोर्ड फिलहाल इसपर फैसला करेगी और अभी तक इसको लेकर कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है. सूत्र ने आगे बताया कि, इसपर बोर्ड जल्द ही फैसला ले सकता है. रिटेंशन पॉलिसी के अनुसार अगले सीजन के लिए 4 खिलाड़ियों को रीटेन किया जाएगा जिसमें 3 भारतीय खिलाड़ी और 1 विदेशी खिलाड़ी हो सकता है. इसके अलावा 2 भारतीय और 2 विदेशी खिलाड़ियों को भी रीटेन किया जा सकता है. लेकिन फाइनल क्या होगा फिलहाल इसपर कोई जवाब नहीं आया है.
फ्रेंचाइजी के पास हैं 90 करोड़
सभी फ्रेंचाइजी को खिलाड़ियों को खरीदने के लिए कुल 90 करोड़ खर्च करने हैं. आने वाले दो सालों में ये रकम 95 करोड़ या फिर 100 करोड़ रूपए भी हो सकती है. यहां आपको ये जानना बेहद जरूरी है कि अगर कोई भी फ्रेंचाइजी अपने खिलाड़ी को रीटेन करती है तो उस खिलाड़ी की कीमत कुल कीमत में से घटा दी जाएगी. बता दें कि अब तक बीसीसीआई की तरफ से कोई भी ऑफिशियल बयान नहीं मिला है. ऐसे में सूत्रों के हवाले से पता चला है कि, बोर्ड यहां इसपर फैसला तभी करेगा जब दो नए फ्रेंचाइजी सेल्स का ऐलान कर दिया जाएगा.