कछुए और खरगोश की रेस में हिंदी कहावत के अनुसार धीमे-धीमे लक्ष्य की तरफ बढ़ने वाला कछुआ भले ही जीत जाता है. लेकिन भारत में होने वाले आईपीएल में कछुए की जैसी धीमी बल्लेबाजी करने वाला खिलाड़ी हार का विलेन बन जाता है. लखनऊ के कप्तान केएल राहुल ने कुछ ऐसी ही धीमी बल्लेबाजी की और 38 गेंदों पर फिफ्टी जड़ने के बाद वह इतना धीमा खेल गए कि गुजरात के 136 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए उनकी टीम को सात रनों से हार का सामना करना पड़ा. गुजरात के लिए आखिरी ओवर पिछले साल नेट गेंदबाजी करने वाले मोहित शर्मा लेकर आए और उन्होंने 12 रन बचाते हुए सात रन से जीत दिला डाली. लखनऊ के लिए राहुल ने पहली 38 गेंदों पर फिफ्टी जड़ डाली थी. मगर इसके बाद वह 61 गेंदों पर 8 चौके से 68 रन ही बना सके. यानि राहुल ने फिफ्टी जड़ने के बाद 21 गेंदों पर 18 रन ही बनाए. जबकि लखनऊ के बल्लेबाज 12.3 ओवर के बाद से लेकर 20वें ओवर तक गुजरात के खिलाफ 45 गेंदों में एक भी बाउंड्री नहीं लगा सके. यही उनके हार की प्रमुख वजह बन गया.
केएल राहुल बने हार के विलेन
136 रनों के लक्ष्य का घरेलू मैदान पर पीछा करने उतरी लखनऊ की टीम को उनके सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और कायल मायर्स ने शानदार शुरुआत दिलाई. इन दोनों के बीच 6.3 ओवरों में 55 रनों की मजबूत साझेदारी हुई. तभी मायर्स 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाकर चलते बने. जबकि एक छोर पर लखनऊ के कप्तान केएल राहुल ने बल्लेबाजी जारी रखी और 38 गेंदों पर फिफ्टी जड़ने के बाद में गियर तेज करने के बजाए वह धीमे होते चले गए. जिससे मैच में अंतिम ओवर तक गया.
45 गेंदों तक नहीं लगा एक भी चौका व छक्का
नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए क्रुणाल पंड्या (23 गेंदों में 23 रन, 2 चौके और एक छक्का) रन बना सके. इसके बाद निकोलस पूरन भी कुछ ख़ास नहीं कर सके और सात गेंदों पर एक रन बनाकर चलते बने. 13वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब क्रुणाल ने छक्का मारा. उसके बाद लखनऊ के बल्लेबाजों को धीमे खेलने का साप सूंघ गया और बाउंड्री नहीं लगा पा रहे थे और अंतिम 20वें ओवर यानि 45 गेंदों तक वह बाउंड्री नहीं लगा सके. जबकि इस दौरान दो विकेट भी गिरे. जिससे अंत में जाकर मैच फंस गया और लखनऊ को दो ओवर यानि 12 गेंदों पर 17 रन की दरकार थी. तभी शमी ने 19वें ओवर में 6 गेंदों पर 6 रन दिए और लखनऊ को अंतिम ओवर में जीत के लिए 12 रन की दरकार थी.
हार्दिक ने टॉस जीतकर चुनी थी बल्लेबाजी
लखनऊ की पिच पर गुजरात के कप्तान हार्दिक ने टी20 में चौंकाने वाला फैसला लेते हुए टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का ऐलान किया. इसके जवाब में हालांकि उनकी टीम की शुरुआत सही नहीं रही और सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल स्पिन गेंदबाज क्रुणाल पंड्या के पहले जबकि पारी के दूसरे ओवर में दूसरी गेंद पर शून्य पर आउट होकर पवेलियन चले गए. जिसके बाद नंबर तीन पर कप्तान हार्दिक पंड्या बल्लेबाजी करने आ गए. पहला विकेट जल्दी गिरने के बाद हार्दिक ने अन्य सलामी बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के साथ पारी को आगे बढाया मगर दोनों का स्ट्राइकरेट इस दौरान धीमा रहा.
61 गेंदों में धीमी बल्लेबाजी से हुई 68 रनों की साझेदारी
हार्दिक और साहा के बीच दूसरे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी हुई. मगर इस दौरान दोनों ने 61 गेंद खेल डाली. जिससे गुजरात का स्कोर काफी धीमा हो चुका था. तभी साहा 37 गेंदों पर 6 चौके से 47 रन ही बना सके. जबकि हार्दिक एक छोर पर खड़े रहे और दूसरे छोर बाकी बल्लेबाज भी कुछ ख़ास नहीं कर सके. साहा के आउट होने के बाद अभिनव मनोहर (तीन रन), डेविड मिलर (छह रन) और विजय शंकर (10 रन) जल्दी चलते बने. जिससे हार्दिक खुलकर खेल नहीं सके और 50 गेंदों पर दो चौके व चार छक्के से 66 रन बनाकर अंतिम ओवर में आउट हो गए. उनकी पारी से गुजरात ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 135 रन बनाए.
लखनऊ के लिए चमके स्टोइनिस व क्रुणाल
वहीं लखनऊ के गेंदबाजों ने घरेलू मैदान पर बेहतरीन दिखाया और सबसे अधिक दो-दो विकेट मार्कस स्टोइनिस व क्रुणाल पंड्या ने लिए. जबकि एक-एक विकेट नवीन उल हक़ और अमित मिश्रा ने भी लिए. लखनऊ ने सटीक गेंदबाजी से गुजरात को बड़े स्कोर की तरफ बढ़ने नहीं दिया.
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