IPL 2026 Release Players: इंडियन प्रीमियर लीग 2026 के लिए खिलाड़ियों को रिटेन और रिलीज करने की डेडलाइन का काउंट डाउन शुरू हो गया है. सभी फ्रेंइचाज शनिवार 15 नवंबर को साफ कर देगी कि वह अपने किस खिलाड़ी को रिलीज कर रही है और किसे रिटेन. आईपीएल फ्रेंचाइज़ अगले महीने होने वाले मिनी ऑक्शन की तैयारी कर रही हैं.
जडेजा और सैमसन ट्रेड
राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच संजू सैमसन, रवींद्र जडेजा और सैम कुरेन के ट्रेड की खबरों ने रिटेंशन को काफी रोचक बना दिया. राजस्थान रॉयल्स ने जडेजा और कुरेन के बदले सैमसन को चेन्नई को सौंप दिया है.
वेंकटेश अय्यर: कोलकाता नाइट राइडर्स ने पिछले साल की मेगा नीलामी में वेंकटेश अय्यर पर 23.75 करोड़ रुपये की रकम खर्च की थी, लेकिन यह दांव रंग नहीं लाया. इस ऑलराउंडर ने 11 मैचों में 20.29 की औसत और 139.22 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ़ 142 रन बनाए. इतनी बड़ी रकम होने के कारण उम्मीद है कि केकेआर उन्हें रिलीज कर देगा और अपनी राशि बढ़ाने के लिए उन्हें शायद कम कीमत पर वापस खरीद लेगा.
रवि बिश्नोई: पिछले सीजन 11 करोड़ रुपये में रिटेन किए गए रवि बिश्नोई का आईपीएल 2025 में प्रदर्शन काफी खराब रहा. उन्होंने 11 मैचों में 10.84 की इकॉनमी रेट से केवल 9 विकेट लिए. एलएसजी अपने गेंदबाजी विभाग को तरोताजा करने और कम कीमत पर उन्हें वापस लाने के लिए उन्हें रिलीज कर सकती है.
लियम लिविंगस्टन: डिफेंडिंग चैंपियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम काफी हद तक स्थिर है, लेकिन अपनी पर्स को मजबूत करने के लिए वह लियम लिविंगस्टन को टीम से अलग कर सकती है. 8.75 करोड़ में खरीदे गए लिविंगस्टन ने 10 मैचों में 16 की औसत और 133.33 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ़ 112 रन बनाए और सिर्फ़ 2 विकेट लिए.
जेक फ्रेजर-मैकगर्क: दिल्ली कैपिटल्स ने जेक फ्रेजर-मैकगर्क को टीम में शामिल करने के लिए पिछले साल 9 करोड़ (RTM कार्ड का इस्तेमाल करके) खर्च किए थे, लेकिन यह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ प्रभावित करने में नाकाम रहा। 6 मैचों में उन्होंने 9.17 की औसत से सिर्फ़ 55 रन बनाए.
डेवोन कॉनवे: बल्लेबाज डेवोन कॉनवे की चेन्नई सुपर किंग्स से छुट्टी हो गई है. पिछले साल नीलामी में कॉनवे को 6.25 करोड़ रुपये में खरीदा गया था, मगर वह कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए. कॉनवे ने खुद फ्रेंचाइज से अलग होने की पुष्टि कर दी है.
ग्लेन मैक्सवेल: ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल का पंजाब किंग्समें तीसरा कार्यकाल उनके लिए योजना के अनुसार नहीं रहा, क्योंकि पिछले सीज़न में वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं दिखे थे. मैक्सवेल ने पिछले साल की उपविजेता टीम के लिए सात मैचों में 8 की औसत से केवल 48 रन बनाए थे, इससे पहले कि वह चोट के कारण बाहर हो गए. अब 37 साल के हो चुके मैक्सवेल को आगामी नीलामी में जहाँ भी उतरेंगे, अपने प्रदर्शन से अपनी प्रतिष्ठा को साबित करना होगा.

