आईपीएल 2025 में कोलकाता नाइट राइडर्स के एनरिक नॉर्किया को पंजाब किंग्स के खिलाफ मुकाबले में बल्ला बदलने को मजबूर होना पड़ा. उनके बल्ले की चौड़ाई ज्यादा थी और इसके चलते वह बैट नापने के टेस्ट में फेल हो गया. मैदानी अंपायर्स ने नॉर्किया से बल्ला बदलने को कहा. यह घटना केकेआर की पारी के 16वें ओवर की शुरुआत में हुई. कोलकाता के रहमानुल्लाह गुरबाज बाद में एनरिक नॉर्किया के लिए दूसरा बल्ला लेकर पहुंचे. जब यह सब हो रहा था तब टीवी कमेंटेटर्स ने बताया कि बल्ला तय नियमों से अलग था इसकी वजह से उसे बदलने को कहा गया.
आईपीएल 2025 में पिछले सप्ताह से ही बल्ले को जांचने की व्यवस्था शुरू हुई. इसके तहत सबसे पहले राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के मुकाबले में शिमरॉन हेटमायर और नीतीश राणा के बल्ले जांचे गए. फिर दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस मैच में हार्दिक पंड्या का बल्ला मैदान पर नापा गया था. ऐसे में नॉर्किया पहले बल्लेबाज जिनका बल्ला टेस्ट में फेल हो गया. उनका नया बल्ला आने तक खेल रुका रहा. इसके फौरन बाद आंद्रे रसेल बोल्ड हो गए और पंजाब किंग्स की टीम ने आईपीएल इतिहास के सबसे छोटे लक्ष्य का बचाव किया.
क्या हैं बल्ले से जुड़े नियम
आईपीएल में पहले ड्रेसिंग रूम के अंदर ही बल्लों की मोटाई और चौड़ाई नापी जाती थी. नियमों के अनुसार, बल्ले की चौड़ाई 10.79 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. वहीं बल्ले की मोटाई 6.7 सेमी और किनारे की चौड़ाई 4 सेमी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. बल्ले की लंबाई 96.4 सेंटीमीटर तक हो सकती है.
नॉर्किया ने पंजाब किंग्स के खिलाफ मुकाबले के जरिए ही आईपीएल 2025 में अपना पहला मैच खेला. वे काफी समय से पीठ में चोट से जूझ रहे थे. उन्होंने पंजाब के खिलाफ बॉलिंग करते हुए तीन ओवर फेंके और इनमें 23 रन देकर एक विकेट लिया.
आईपीएल चेयरमैन ने बल्लों की जांच पर क्या कहा
आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने बल्लों की जांच के बारे में एक रिपोर्ट में कहा था, 'किसी को नहीं लगना चाहिए कि कोई बेमतलब का फायदा ले रहा है. बीसीसीआई और आईपीएल ने हमेशा खेल में बराबरी रखने की दिशा में कदम उठाए हैं. हमने तकनीक का इस्तेमाल किया जिससे कि सभी फैसलों को रिव्यू किया जाए सके और खेल पर गलत तरह से असर न पड़े. इस अभियान के पीछे यह विचार था कि खेल भावना बनी रहे.'