इंग्लैंड पुरुष क्रिकेट टीम के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की ने खुलासा किया है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के आईपीएल से जुड़े नियम की वजह से उनकी जोफ्रा आर्चर को लेकर बनाई योजना पर पानी फिर गया. उन्होंने कहा कि इसके चलते यह तेज गेंदबाज अब टेस्ट क्रिकेट में वापसी की रेस में दो महीने पीछे हो गया. जोफ्रा आर्चर फरवरी 2021 के बाद से टेस्ट नहीं खेले हैं. वे इस दौरान पीठ और कोहनी की समस्या से परेशान रहे हैं. इंग्लैंड की योजना था कि आर्चर को भारत के खिलाफ अगले साल जून-जुलाई से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज से वापसी कराई जाए. इसके लिए वे उन्हें अप्रैल-मई के दौरान ससेक्स की ओर से काउंटी चैंपियनशिप खिलाना चाहते थे और आईपीएल से दूर रखना चाह रहे थे. अब आर्चर राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल 2025 में खेलते हुए दिखेंगे. उन्हें ऑक्शन में 12.50 करोड़ रुपये में लिया गया.
आर्चर को आईपीएल ऑक्शन को लेकर बीसीसीआई की ओर से बनाए गए एक नए नियम के चलते अपना नाम शामिल करना पड़ा. भारतीय बोर्ड ने कहा था कि अगर विदेशी खिलाड़ी मेगा ऑक्शन में शामिल नहीं होते हैं तो वे मिनी ऑक्शन के लिए नहीं नाम नहीं भेज पाएंगे. आर्चर ने ऑक्शन के लिए रजिस्टर कराया था लेकिन वे छंटनी के बाद जारी हुई लिस्ट से बाहर थे. हालांकि ऑक्शन से एक दिन पहले उनका नाम सूची में लाया गया.
इस बारे में रॉब की ने अब पूरी जानकारी दी है. उन्होंने कहा, 'हमने सोचा था कि हम यह कहेंगे कि वह अभी वर्कलोड पीरियड में है. लेकिन समस्या यह थी कि वह तब वेस्ट इंडीज में बॉलिंग कर रहा था. ऐसे में उसके चोटिल होने का दावा करना मुश्किल था. उन्होंने (बीसीसीआई) साफ कहा कि इस साल ऑक्शन में नहीं आने पर अगले साल भी अनुमति नहीं मिलेगी. ऐसे में उसे करीब 4 मिलियन डॉलर का नुकसान होता.'
जोफ्रा आर्चर को लेकर क्या थी इंग्लिश बोर्ड की प्लानिंग
रॉब की ने कहा कि आर्चर को आईपीएल से दूर रखते हुए काउंटी चैंपियनशिप के जरिए टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार करने की प्लानिंग थी. इस बारे में तेज गेंदबाज सहमत और खुश था. उसमें काफी समय था लेकिन लग रहा था कि सब सही होगा. अब आर्चर को आईपीएल के जरिए खुद को टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार होना पड़ेगा. लेकिन रॉब की ने चेताया कि अब आर्चर टेस्ट टीम में सेलेक्शन के लिए ऑटोमैटिक दावेदार नहीं होंगे. वे ज्यादा से ज्यादा अगले सीजन में तीन टेस्ट खेल पाएंगे.
आर्चर ने अभी तक 13 टेस्ट खेले हैं जिनमें 42 विकेट लिए हैं. उन्होंने 2019 में पहली बार यह फॉर्मेट खेला था. भारत के खिलाफ 2021 में अहमदाबाद टेस्ट के बाद से वे इस फॉर्मेट से दूर हैं.