रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 18 साल के इंतजार के बाद आईपीएल चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया. पंजाब किंग्स को आईपीएल 2025 के फाइनल में हराकर टीम ने पहली बार खिताब जीता. इस कामयाबी के कई हीरो रहे. विराट कोहली के रनों से लेकर जॉश हेजलवुड के विकेटों और क्रुणाल पंड्या के ऑलराउंड खेल ने आरसीबी के खिताबी सूखे को खत्म करने में मदद की. लेकिन एक नाम ऐसा रहा जिसने लीडरशिप के जरिए इस फ्रेंचाइज को विजेताओं के बीच खड़ा किया. यह नाम है आरसीबी के कप्तान रजत पाटीदार का. वे इसी सीजन में कप्तान बने थे और पहले ही साल में उन्होंने ट्रॉफी जिताने का काम किया.
पाटीदार का आरसीबी के साथ जुड़ने, कप्तान बनने और खिताब जीतने का सफर जबरदस्त रहा है. वे 2021 में पहली बार इस टीम का हिस्सा बने थे. मगर चार मैच खेल सके. 71 रन बनाए. इसके बाद उन्हें रिलीज कर दिया गया. 2022 के मेगा ऑक्शन में वे अनसॉल्ड रहे. लेकिन लवनीथ सिसोदिया चोटिल होकर बाहर हो गए. ऐसे में आरसीबी ने उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर पाटीदार को शामिल किया. मध्य प्रदेश से आने वाला यह खिलाड़ी तब शादी करने वाला था. लेकिन आईपीएल और आरसीबी के लिए खेलने के वास्ते शादी को टाल दिया. यह दांव कारगर रहा.
पाटीदार का आईपीएल 2022 में धमाल
पाटीदार ने 2022 के सीजन में आठ मैच खेले 55.50 की औसत और 152.75 की स्ट्राइक रेट से 333 रन बनाए. एक शतक बनाया जो प्लेऑफ में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ आया. इस प्रदर्शन ने उन्हें आरसीबी में स्थापित कर दिया. 2023 के सीजन में चोट की वजह से खेल नहीं सके लेकिन आरसीबी का भरोसा उनसे डिगा नहीं. 2024 में वे टीम के साथ रहे और 15 मैच में पांच अर्धशतक लगाते हुए 395 रन बनाए.
टूटी अंगुली के साथ खेले और जीता आईपीएल
आरसीबी ने रजत पाटीदार को 2025 ऑक्शन से पहले रिटेन किया और 11 करोड़ रुपये दिए. साथ ही फाफ डुप्लेसी के हट जाने के बाद कप्तानी का जिम्मा भी सौंपा. उनके नेतृत्व में टीम ने कई कमाल किए. 2008 के बाद पहली बार चेन्नई सुपर किंग्स को उसके घर में हराया. घर से बाहर अपने सातों मुकाबले जीते और प्लेऑफ में जगह बनाई. इस दौरान पाटीदार की अंगुली में चोट लग गई. टीम के आखिरी लीग मुकाबले में नहीं खेल पाए. लेकिन प्लेऑफ में पूरी तरह फिट न होने पर भी कप्तानी संभाली और क्वालिफायर एक जीता. फिर फाइनल की बाधा को भी पार कर कमाल कर दिया.