भारत में खेली जाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अब किसी पहचान की मोहताज नहीं है. आईपीएल के फैंस सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है और हर कोई इस लीग का दीवाना है. यही कारण है कि साल 2008 से शुरू होने वाली इस टी20 लीग की ब्रैंड वैल्यू दिन प्रति दिन बढ़ती चली गई और अब जाकर इसकी वैल्यू 433 फीसदी बढ़ चुकी है. जिससे ये सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि तमाम खेलों की फेमस लीग्स को पछाड़कर दुनिया की टॉप लीग्स में शुमार है. आईपीएल का 2025 सीजन 22 मार्च से शुरू होगा और चलिए जानते हैं कि अब इस लीग की वैल्यू कितनी है और कैसे ये कई फुटबॉल लीग्स को भी पछाड़ चुकी है.
आईपीएल की कितनी है ब्रांड वैल्यू ?
साल 2008 में जब आईपीएल का आगाज हुआ था तो इस लीग का वैल्युएशन करीब 2900 करोड़ रुपये था और इसमें आठ टीमें शामिल थी. साल 2022 से आईपीएल में 10 टीमें हो गई हैं और दो नई टीमें जो बनी उनकी कीमत 1275 करोड़ प्रति साल है. जिससे आईपीएल की ब्रैंड वैल्यू साल दर साल बढ़ते हुए अब 10.7 बिलियन डॉलर (90 हजार करोड़ रुपये) हो चुकी है. इसके चलते आईपीएल दुनिया की दूसरी सबसे महंगी लीग बन चुकी है और ये अमेरिका की नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) से ही पीछे रह गई है. जिसकी वेल्यूएशन करीब 18 बिलियन डॉलर (एक लाख करोड़ रुपये से अधिक) की हो चुकी है. इसमें 32 टीमें भाग लेती है. जिससे एनएफएल अभी भी दुनिया की सबसे महंगी लीग बनी हुई है.
आईपीएल के एक मैच की कीमत कितनी है ?
आईपीएल के मीडिया राइट्स बीसीसीआई ने साल 2023 से लेकर साल 2028 तक के 48,391 करोड़ रुपये में बेचे थे. जिससे बीसीसीआई को आईपीएल के एक मैच से करीब 119 करोड़ रुपये की कमाई होती है. जो कि एनबीए, इंग्लिश प्रीमियर लीग और जर्मनी में होने वाली फुटबॉल की बुंडेसलीगा जैसी लीग्स से भी अधिक है. अभी तक आईपीएल को टक्कर देने के मामले में सिर्फ एनएफएल ही एक ऐसी लीग है, जिसके एक मैच की कीमत आईपीएल से अधिक है. एनएफएल में एक मैच की कीमत साल 2022 से 2033 तक के करार के अनुसार 36 मिलियन प्रति डॉलर (यानि करीब 300 करोड़ रुपये) है.
दुनिया की टॉप-5 स्पोर्ट्स लीग (प्रति मैच कीमत)
लीग | खेल | देश | कीमत/मैच |
नेशनल फुटबॉल लीग | अमेरिकन फुटबॉल | अमेरिका | 36 मिलियन डॉलर |
इंडियन प्रीमियर लीग | क्रिकेट | भारत | 16 मिलियन डॉलर |
प्रीमियर लीग | फुटबॉल | इंग्लैंड | 11 मिलियन डॉलर |
मेजर लीग बेसबॉल | बेसबॉल | अमेरिका | 11 मिलियन डॉलर |
नेशनल हॉकी लीग | आइस हॉकी | अमेरिका | 3 मिलियन डॉलर |
साल 2025 के आंकड़े |