दिल्ली कैपिटल्स के स्टार पेसर मिचेल स्टार्क ने आईपीएल में गेंद पर लार लगाने को लेकर बड़ा बयान दिया है. आईपीएल में गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग में ज्यादा मदद नहीं मिल रही है. ऐसे में लेफ्ट आर्म पेसर ने कहा कि ये एक मिथक है. क्योंकि लाल गेंद पर लार लगाने से मदद मिलती है जिसका इस्तेमाल हम टेस्ट मैचों में करते हैं.
लार लगाने से फायदा नहीं मिलता
दिल्ली कैपिटल्स को सुपर ओवर में जीत दिलाने के बाद स्टार्क ने बड़ा बयान दिया. दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया था जिसमें राजस्थान की टीम को हार मिली. स्टार्क को फाइनल ओवर में 9 रन बचाने ते और वो ऐसा करने में कामयाब रहे. मैच से पहले स्टार्क की टीम के साथी खिलाड़ी मोहित शर्मा ने कहा था कि लार लगाने के बाद अब गेंद को स्विंग करने में मदद मिलती है. वहीं मोहम्मद शमी और सिराज ने भी ऐसा ही कहा था.
लाल गेंद पर लार लगाने से स्विंग मिलती है
स्टार्क ने मैच के बाद कहा कि, मुझे लगता है कि ये मिथक है. कुछ लोगों को लगता है कि गेंद स्विंग होती है. मुझे नहीं पता कि पसीने और लार में क्या अंतर है. मुझे नहीं पता कि इससे अंतर पैदा होता है या नहीं. लेकिन हां रेड बॉल पर लार लगाने से अंतर पैदा होता है. व्हाइट बॉल का मुझे पता नहीं.
स्टार्क ने मैच में अपनी गेंदबाजी को लेकर कहा कि,जब राजस्थान की टीम ने ये फैसला किया कि वो लेफ्ट हैंडेड बैटर शिमरन हेटमायर और यशस्वी जायसवाल को स्ट्राइक पर भेजेंगे तो मैं चौंक गया. मेरे प्लान बिल्कुल साफ थे. कई बार ये काम करता है और कई बार नहीं. हां किस्मत मेरे साथ थी. कमाल का मैच था. खुश हूं कि टीम को जीत दिला दी. मैंने हर किसी के लिए काफी ज्यादा खेला है. ऐसे में मुझे पता है कि मुझे क्या करना है. हां मेरे लिए सरप्राइज था कि लेफ्ट हैंडर्स मेरे सामने आ रहे थे. मैंने एक नो बॉल डाली. लेकिन बाकी सबकुछ ठीक रहा.
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