भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण आईपीएल 2025 को एक सप्ताह के लिए सस्पेंड किए जाने के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लीग दोबारा शुरू होने पर वापस नहीं पाएंगे. जहां दिल्ली कैपिटल्स के मिचेल स्टार्क बाकी बचे सीजन से हट गए.वहीं कंधे की चोट से उबरने के बाद जॉश हेजलवुड वापस लौटे और प्लेऑफ में कमाल का प्रदर्शन करते हुए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को फाइनल में पहुंचा दिया. हालांकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने वाले ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के कुछ खिलाड़ी स्वदेश लौट गए हैं.
मुझे गेंदबाजी करनी है, आप जानते हैं कि मैं दुनिया में कहीं भी रहूं, मुझे उस मैच (डब्ल्यूटीसी फाइनल) के लिए तैयार होने के लिए गेंदबाजी करनी है.
मुझे लगता है कि मैदान पर इससे (मैच खेलने) बेहतर कोई जगह नहीं है. जाहिर है आपको अधिक गेंदबाजी करनी होगी और टेस्ट के लिए समय-समय पर अधिक घंटे तक ट्रेनिंग करनी होगी.मैच के लिए लय हासिल करने के लिए आईपीएल से बेहतर कोई जगह नहीं है.
हेजलवुड को टेस्ट मैचों का गेंदबाज माना जाता था, लेकिन उन्होंने टी20 फॉर्मेट के लिए अपने कौशल में सुधार किया.उन्होंने कहा-
मैंने आज जैसी गेंदबाजी की है लगभग वैसी ही गेंदबाजी टेस्ट मैचों में भी करता हूं.
हेजलवुड ने मौजूदा सत्र में सिर्फ 11 मैचों में 21 विकेट लिये हैं और इस दौरान उनका औसत 15.80 का रहा है। कंधे की चोट से उबरने के बारे में पूछे जाने पर हेजलवुड ने कहा-
मैंने पिछले कुछ सप्ताह में वापसी के लिए अपने कंधों पर बहुत मेहनत की है और पिछले 10 दिनों में अच्छी गेंदबाजी की और अब यहां आकर अच्छा लग रहा है.यहां पिच से मदद मिल रही थी. मुझे तेज यॉर्कर या फिर अतिरिक्त प्रयास वाली गेंदबाजी नहीं करनी पड़ी. यहां वापस आकर अच्छा लग रहा है.
इस मैच में लेग स्पिनर सुयश शर्मा ने भी अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया, जबकि हेजलवुड को भुवनेश्वर कुमार और यश दयाल का अच्छा साथ मिला. हेजलवुड ने कहा-