KKR vs CSK: एमएस धोनी ने लगातार दूसरे दिन नहीं की प्रैक्टिस तो बढ़ी चिंता, बॉलिंग कोच बोले- उनके खेलने की...

KKR vs CSK: एमएस धोनी ने लगातार दूसरे दिन नहीं की प्रैक्टिस तो बढ़ी चिंता, बॉलिंग कोच बोले- उनके खेलने की...
CSK captain MS Dhoni in frame

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चेन्नई सुपर किंग्स का कोलकाता से मुकाबला ईडन गार्डन्स में है.

चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2025 प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है.

ऋतुराज गायकवाड़ के बाहर होने पर एमएस धोनी सीएसके की कप्तानी संभाल रहे हैं.

चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल 2025 में 7 मई को कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ खेलना है. यह मुकाबला ईडन गार्डन्स में होना है. इस मुकाबले से पहले चेन्नई के खेमे से खबर है कि महेंद्र सिंह धोनी दो दिन से प्रैक्टिस के लिए नहीं आए. वे न तो 4 मई को बैटिंग के लिए आए और न ही 5 मई को. उन्हें देखने के लिए बहुत सारे लोग मैदान में पहुंचे थे लेकिन निराश होकर जाना पड़ा. धोनी के प्रैक्टिस के लिए नहीं आने के बाद कहा जाने लगा कि क्या वे कोलकाता के खिलाफ मुकाबले से बाहर रह सकते हैं. इस पर सीएसके के बॉलिंग कोच एरिक सिमंस का बयान आया है. 

चेन्नई की टीम आईपीएल 2025 प्लेऑफ से बाहर हो चुकी है जबकि केकेआर रेस में है. उसे अब सभी मुकाबले जीतने होंगे. इससे पहले चेन्नई के बॉलिंग कोच ने धोनी के प्रैक्टिस के लिए नहीं आने पर कहा कि वह ठीक हैं और मैच खेलेंगे. उन्होंने कहा, 'हां, उनके कल (7 मई) खेलने की उम्मीद है. जहां तक एमएस की बात है तो वह अपनी स्थिति को अच्छे से जानता है. उसे पता है कि वह कहां पर है. उसकी तैयारी की बात है तो वह हमेशा टूर्नामेंट से पहले कड़ी मेहनत करता है और इसके बाद वह देखता है कि वह कहां पर है. तो कोई समस्या नहीं है, वह जानता है कि वह कब तैयार है और कब नहीं.'

'धोनी असाधारण शख्स हैं'

 

धोनी आईपीएल 2025 में फिर से चेन्नई की कप्तानी संभाल रहे हैं. ऋतुराज गायकवाड़ के बाहर होने के बाद उन पर यह जिम्मा आ गया. सिमंस ने कहा कि यह बदलाव किसी दिक्कत के बिना हो गया. उन्होंने कहा, 'आप एमएस धोनी को क्रिकेटर के रूप में देखते हैं, हम हमेशा एमएस धोनी को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखते हैं जो एक असाधारण व्यक्ति है. टीम पर उनका प्रभाव, ऋतु को निखारने की उनकी क्षमता, युवा क्रिकेटरों को निखारने की उनकी क्षमता, यही उनकी खासियत है. उनका प्रभाव हमेशा रहता है. अब वह मैदान पर फील्डिंग को लेकर आखिरी निर्णय ले रहे हैं लेकिन उनका प्रभाव - चाहे वह कप्तान रहे हों या नहीं - हमेशा बिना किसी दबाव के रहता था. वह खुद को किसी पर थोपते नहीं हैं.उनका प्रभाव हमेशा से रहा है इसलिए ऋतु के साथ उनके घनिष्ठ संबंध के कारण यह बहुत सहज परिवर्तन था.’