श्रेयस अय्यर ने टीम के लिए दिया अपने शतक का बलिदान तो रवि शास्त्री ने किस पर साधा निशाना? टीम गेम का पढ़ाया पाठ

श्रेयस अय्यर ने टीम के लिए दिया अपने शतक का बलिदान तो रवि शास्त्री ने किस पर साधा निशाना? टीम गेम का पढ़ाया पाठ
रवि शास्‍त्री और श्रेयस अय्यर

Story Highlights:

श्रेयस अय्यर गुजरात टाइटंस के खिलाफ 97 रन पर नाबाद रहे.

वह अपना पहला आईपीएल शतक पूरा नहीं कर पाए.

शतक के करीब पहुंचने के बाद वह ज्‍यादा गेंद नहीं खेल पाए.

श्रेयस अय्यर का यह 10वां आईपीएल सीजन है और अभी तक इस लीग में उन्‍हें अपने पहले शतक का इंतजार है. आईपीएल के इस सीजन में अपने पहले मैच में पंजाब किंग्‍स  के कप्‍तान के रूप में डेब्‍यू करते हुए उनके पास इस इंतजार को खत्‍म करने का मौका था. गुजरात टाइटंस के खिलाफ 17वें ओवर में वह  38 गेंदों पर 90 रन बनाकर खेल रहे थे. 117 मैच खेलने के बाद उनके पहले आईपीएल शतक का इंतजार खत्म होने वाला था, लेकिन ऐसा नहीं हो गया.
 
अगले तीन ओवरों में 230 की स्ट्राइक पर चल रहे श्रेयस को सिर्फ चार गेंदें खेलने को मिलीं. वह 97 रन बनाकर नाबाद रहे, लेकिन इससे ना तो उन्हें कोई नुकसान हुआ और ना ही उनकी टीम को, क्योंकि आखिरी तीन ओवर में ज्‍यादातर गेंद का सामना करने वाले बल्लेबाज शशांक सिंह ने 275 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए. 

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शशांक को दिया मौका 

श्रेयस शशांक की बल्लेबाजी क्षमता के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं. उन्‍होंने शशांक को साफतौर से कहा था कि वे उनके शतक के बारे में चिंता ना करें और बाउंड्री लगाने की कोशिश करें.श्रेयस ने 17वें ओवर में तीन छक्के लगाने के बाद यह कमेंट किया, लेकिन स्ट्राइक ना मांगने का उनका फैसला सही साबित हुआ, क्योंकि शशांक ने छह चौके लगाए, जिनमें आखिरी ओवर में मोहम्मद सिराज की गेंदों पर चार चौके लगाए. वह 16 गेंदों  में 44 रन बनाकर नाबाद रहे. 

इनिंग ब्रेक के दौरान शशांक से टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने पूछा कि जब उन्हें पता चला कि कप्तान श्रेयस 97 रन पर ही रह गए तो उन्हें कैसा महसूस हो रहा है. शशांक ने  जवाब देते हुए कहा- 

ईमानदारी से कहूं तो श्रेयस ने पहली गेंद से ही मुझसे कह दिया था कि शशांक, मेरे शतक के बारे में मत सोचो. बस अपने शॉट खेलो और इसे अच्छे से खत्म करो. इसलिए ओवर से पहले जिस तरह से उन्होंने मुझसे बात की, उसके लिए मैं उनकी तारीफ करता हूं.

श्रेयस के निस्वार्थ कदम ने पंजाब के कुल स्कोर में अहम रन जोड़े और टीम ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 243 रन बनाए, जो गुजरात टाइटंस के लिए एक मुश्किल चुनौती साबित हुई और शुभमन गिल की गुजरात 11 रन पीछे रह गई. शशांक का जवाब सुनकर शास्त्री ने उन खिलाड़ियों पर निशाना साधा, जो टीम की जरुरतों को देखने के बजाय खुद की उपलब्धियों को ज्‍यादा अहमियत देते हैं.उन्‍होंने श्रेयस की तारीफ करते हुए कहा-