'एक सीजन में 500-600 रन बनाना कोई मायने नहीं रखता,'रोहित शर्मा ने दिया चौंकाने वाला बयान, कहा- मैंने वर्ल्ड कप के दौरान...

'एक सीजन में 500-600 रन बनाना कोई मायने नहीं रखता,'रोहित शर्मा ने दिया चौंकाने वाला बयान, कहा- मैंने वर्ल्ड कप के दौरान...
जीत के बाद जश्न मनाते रोहित शर्मा

Story Highlights:

रोहित शर्मा ने कहा कि मेरे लिए पर्सनल उपलब्धि मायने नहीं रखती

रोहित ने कहा कि मुझे सिर्फ टीम जीतने से मतलब है

टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने बड़ा बयान दिया है. रोहित ने कहा कि, खुद की उपलब्धि से ज्यादा ट्रॉफी मायने रखती है. और मैं शुरुआत से ही ये कहता आ रहा हूं कि आप चाहे कितना भी रन बना लें लेकिन उसकी वैल्यू तभी होगी जब आपकी टीम टूर्नामेंट जीतेगी.  रोहित शर्मा ने यहां उदाहरण भी दिया और कहा कि, मेरे लिए एक सीजन आया था जब मैंने 600-700 रन बनाए थे लेकिन मेरी टीम जीत नहीं पाई थी. 

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मुझे टीम से मतलब है: रोहित

रोहित ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा कि, साल 2019 वर्ल्ड कप के दौरान मैंने 5 शतक और एक फिफ्टी ठोकी थी. मैंने 648 रन बनाए थे. लेकिन अंत में हमें न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में हार मिली. ऐसे में रोहित ने बताया कि, मेरा टारगेट कभी भी ये नहीं रहा कि मुझे एक सीजन में इतने रन बनाने हैं. मैं सिर्फ मैच जीतना चाहता हूं. मैंने हमेशा अपना बेस्ट दिया है. ये बिल्कुल मायने नहीं रखता कि आप 600-700 रन बना रहे हैं लेकिन आपकी टीम ट्रॉफी नहीं जीत पा रही है. 

रोहित ने आगे कहा कि, साल 2019 वर्ल्ड कप के दौरान मैंने काफी चीजें सीखीं. अगर आप फाइनल में नहीं पहुंच पाते हो और ट्रॉफी नहीं जीत पाते हो तो 500-600 रन बनाने का कोई मतलब नहीं है. रोहित ने आगे कहा कि, मुंबई इंडियंस ने जब जब आईपीएल ट्रॉफी जीती है, टीम के किसी बैटर को ऑरेंज कैप नहीं मिला है. ऐसे में इसी से पता चलता है कि खुद की उपलब्धि से आगे हमेशा टीम रहती है. 

रोहित ने बताया कि, मैं ये नहीं कह रहा कि मेरे 30 रन की बदौलत टीम को जीत मिलती है. लेकिन हां आपको अपनी टीम के लिए योगदान देना पड़ता है. इससे पहले मैं सोचता था कि मुझे रन बनाना होगा लेकिन अब मैं ऐसा नहीं सोचता. मुंबई ने जब जब ट्रॉफी जीती है, हमारी टीम के किसी खिलाड़ी ने ऑरेंज कैप पर कब्जा नहीं किया है. बता दें कि रोहित शर्मा इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने मुंबई के लिए सभी 5 खिताब जीते हैं. हालांकि अब टीम की कप्तान हार्दिक पंड्या के पास है.

क्या कप्तानी जाने के बाद कुछ बदला है?

रोहित ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, नहीं कुछ भी नहीं बदला है. सबकुछ अभी भी वैसा ही है. मेरा काम बैटिंग करना है. पहले बैटिंग आती है और फिर कप्तानी आती है. एक बैटर के तौर पर मुझे टीम को मैच जिताने होते हैं. लेकिन अब जब मैं कप्तान नहीं हूं तो मुझे बल्लेबाजी में कमाल करना होगा. पिछले 3-4 सीजन हमारे लिए सही नहीं रहे हैं. इसलिए हमने ये बदलाव किया. हमारे बीच बातचीत हो चुकी है और हमारे लिए ये सीजन शानदार जा रहा है.