शुभमन गिल पर मंडराया बैन का खतरा! अंपायर से बहस करने की मिल सकती है सजा, जानें IPL का क्या है नियम ?

शुभमन गिल पर मंडराया बैन का खतरा! अंपायर से बहस करने की मिल सकती है सजा, जानें IPL का क्या है नियम ?
शुभमन गिल

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शुभमन गिल ने अंपायर से की बहस

शुभमन गिल को मिल सकती है सजा

आईपीएल 2025 सीजन में शुभमन गिल की कप्तानी वाली गुजरात शानदार फॉर्म में चल रही है. गुजरात ने अपने घरेलू मैदान में सनराइजर्स हैदराबाद को 38 रन से हराया और टूर्नामेंट की सातवीं जीत दर्ज कर ली. जिससे गुजरात के नाम 14 अंक हो गए और वह प्लेऑफ के काफी करीब आ चुकी है. लेकिन हैदराबाद के खिलाफ मैच के दौरान शुभमन गिल एक नहीं बल्कि दो बार अंपायर से बहस करते नजर आए. जिससे उन पर बैन का साया भी मंडराने लगा है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आईपीएल में अंपायर से उलझने की क्या है सजा?

शुभमन गिल ने दो बार अंपायर से की बहस 


शुभमन गिल की पहली बार अंपायर से तब बहस हुई, जब वह 38 गेंद में 76 रन बनाने के बाद रन आउट हो गए थे. उनका आउट होना काफी हद तक क्लीयर नहीं था. थर्ड अंपायर ने काफी देर तक रिप्ले देखा और गिल को आउट दिया तो वह अंपायर से बहस करते नजर आए. इसके बाद फील्डिंग के दौरान जब अभिषेक शर्मा के सामने गुजरात के खिलाड़ियों ने एलबीडबल्यू की अपील की तो अंपायर ने आउट नहीं दिया. जबकि गुजरात ने डीआरएस का इस्तेमाल किया तो अंपायर ने ये नहीं देखा कि गेंद कहां पर पिच हुई. सिर्फ इम्पैक्ट और विकेट्स ही नजर आए तो इसको लेकर भी वह अंपायर से उलझ गए और काफी देर तक बहस करते रहे. जिस दौरान उनके दोस्त अभिषेक शर्मा भी गिल को शांत कराते नजर आए. 

आईपीएल का क्या है नियम ?


अब आईपीएल के नियमानुसार अंपायर से बहस करने की क्या सजा है. ये जानकारी भी सामने आ चुकी है. आईपीएल के कोड ऑफ़ कंडक्ट के आर्टिकल 2.8 में खिलाड़ियों के अंपायर के सामने अनुशासन में रहने के नियम दर्ज हैं. इसमें आठ नियम लिखे गए हैं. जिसमें अंपायर के फैसले पर जरूरत से ज्यादा निराशा जाहिर करना, खेल शुरू करने या विकेट छोड़ने में देर करना, सिर को झटकना, एलबीडबल्यू दिए जाने के बाद बल्ले के अंदरूनी हिस्से को देखना या फिर उस तरफ इशारा करना, अंपायर से कैप छीनना, मैदानी अंपायर से टीवी अंपायर के पास रेफरल के लिए फैसला भेजने को कहना, अंपायर से उसके फैसले को लेकर बहुत देर तक बहस करते रहना.

शुभमन गिल को क्या मिल सकती है सजा ?

शुभमन गिल को लेकर माना जाए तो उन पर अंपायर से उसके फैसले को लेकर बहुत देर तक बहस करते रहना वाले पॉइंट का दोषी पाया जा सकता है. अगर उनको लेवल वन का दोषी पाया जाता है तो 25 फीसदी जुर्माना और एक डिमेरिट अंक दिया जा सकता है. इसके अलावा 25 से 60 फीसदी जुर्माना और दो  डिमेरिट अंक दिए जा सकते हैं. 

वहीं गिल को अगर लेवल-2 का दोषी पाया जाता है एक सस्पेंसन पॉइंट या मैच फीस का 50 से 100 फीसदी जुर्माना लगाया जा सकता है. इसके अलावा तीन डिमेरिट अंक या दो सस्पेंसन पॉइंट के अलावा चार डिमेरिट अंक भी दिए जा सकते हैं.