राजस्थान के लिए IPL में धमाका करने वाले वैभव सूर्यवंशी का बिहार में जोरदार स्वागत, माला- केक के साथ पहुंचे लोग, VIDEO

राजस्थान के लिए IPL में धमाका करने वाले वैभव सूर्यवंशी का बिहार में जोरदार स्वागत, माला- केक के साथ पहुंचे लोग, VIDEO
बिहार में वैभव सूर्यवंशी

Story Highlights:

वैभव सूर्यवंशी अपने गांव पहुंच चुके हैं

वैभव का बिहार में जोरदार स्वागत हुआ

आईपीएल 2025 में धमाका करने वाले 14 साल के वैभव सूर्यवंसी ने कमाल कर दिया. वैभव ने अपने करियर के पहले सीजन में ही शतक ठोक बवाल काट दिया. ऐसे में राजस्थान रॉयल्स के सभी मैच खत्म हो चुके हैं. टीम एलिमिनेट हो चुकी है और सभी खिलाड़ी अपने अपने घरों के लिए रवाना हो चुके हैं. वैभव भी बिहार पहुंच चुके हैं जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ.  18 साल के सलामी बल्लेबाज, जिसने 35 गेंदों में शतक बनाकर सुर्खियां बटोरीं उनका स्वागत मालाओं, जयकारों और परिवार के सदस्यों और स्थानीय निवासियों के जरिए आयोजित एक केक-काटने के समारोह के साथ किया गया.

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बिहार में वैभव का जोरदार स्वागत

"वेलकम बैक टू होम" शब्दों से सजाए गए केक ने वैभव का दिल खुश कर दिया. वैभव सूर्यवंशी को कुछ महीनों पहले तक कोई नहीं जानता था लेकिन आज दुनियाभर में इस खिलाड़ी की चर्चा है. ऐसे में आईपीएल के बाद वैभव जैसे ही ताजपुर लौटा, तो गांव के लोग, पड़ोसी और बचपन के दोस्त उसकी सफलता का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में एकत्र हुए. गुजरात टाइटन्स के खिलाफ सूर्यवंशी के सबसे तेज आईपीएल शतक ने न केवल रिकॉर्ड तोड़े, बल्कि उनकी जिंदगी भी बदल दी. वह टी20 में शतक बनाने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के क्रिकेटर बन गए, और आईपीएल इतिहास में ऐसा करने वाले सबसे तेज भारतीय भी. अपने डेब्यू सीजन में, बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने सिर्फ सात मैचों में 252 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 206.55 रहा.

इससे पहले, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट मैच में 58 गेंदों में शतक जड़ा था, जिसके लिए कोच और चयनकर्ताओं ने उनकी प्रशंसा की थी. उस प्रदर्शन और आईपीएल में उनके प्रदर्शन ने वैभव को इंग्लैंड के आगामी दौरे के लिए भारत की अंडर-19 टीम में जगह बनाने में मदद की. टीम पांच 50 ओवर के मैच और तीन चार दिवसीय मैच खेलेगी, जिससे सूर्यवंशी को विदेशी परिस्थितियों में अपने कौशल का टेस्ट करने का मौका मिलेगा.

हेड कोच राहुल द्रविड़ के साथ बातचीत में वैभव ने कहा, "मैं 3-4 साल से तैयारी कर रहा हूं. और मैंने रिजल्ट भी देखे हैं. जो कुछ भी कमी थी, मैं उस पर काम करने में सक्षम था. जो चीजें कभी कठिन लगती थीं, वे आसानी हो गईं. मुझे एहसास हुआ है कि ध्यान केंद्रित रखना महत्वपूर्ण है. स्वाभाविक खेल जैसी कोई चीज नहीं होती. आपको केवल टीम की जरूरतों के हिसाब से खेलना होता है. और इस स्तर पर बहुत ज्यादा अतिरिक्त चीजें करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. मुझे अपने मजबूत एरिया में रहना है और टीम को जीत दिलाना है."

राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने युवा खिलाड़ी से आग्रह किया कि वे मैदान पर टिके रहें और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहें. "यह एक शानदार सीजन था. आप जो करते आए हैं, वही करते रहें. अच्छा खेलें, अच्छा ट्रेनिंग लें. लेकिन याद रखें, अगले साल, ये गेंदबाज ज्यादा तैयार होकर आएंगे. इसलिए हमें कड़ी तैयारी करनी होगी, बेहतर ट्रेनिंग लेनी होगी और नए कौशल विकसित करने होंगे.