विराट कोहली के लिए 3 जून भावुक कर देने वाला मौका रहा. उन्होंने और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 18 साल के इंतजार के बाद आईपीएल ट्रॉफी जीती. पंजाब किंग्स को फाइनल में हराकर चौथी कोशिश में उन्हें चैंपियन बनने का मौका मिला. 2008 से आईपीएल खेल रहे विराट कोहली और आरसीबी के पास 2009, 2011 और 2016 में भी खिताब जीतने का मौका था लेकिन तीनों बार फाइनल में हार नसीब हुई. लगभग हर सीजन में बड़े सितारों को साथ रखने और विराट जैसे सुपरस्टार के होने के बाद भी खाली हाथ रहने पर आरसीबी को काफी ताने सुनने पड़ते थे. सोशल मीडिया पर कोहली और उनकी टीम दोनों के मजाक बने. लेकिन 3 जून को फाइनल के आखिरी ओवर की जैसे ही पहली दो गेंद फेंकी गई वैसे ही कोहली भावुक हो गए. बरसों से मन में दबा हुआ दर्द आखिर खत्म हुआ.
कोहली ने चैंपियन बनने के बाद बरसों के इंतजार, तानों, मजाक और दर्द पर खुलकर बात की. उन्होंने जीत और इस कामयाबी को भगवान को समर्पित किया. कोहली ने कहा, 'ईश्वर का ही सब कुछ है. सारी जीत और गौरव ईश्वर को जाता है. ऊपरवाले ने ऐसा दिन दिया कि उसमें और एक्साइटमेंट व घुसने का मन ही नहीं होता. मैं अभी ऐसे स्पेस में हूं जहां मन के अंदर जो कुछ होता है वह सब कुछ निकल जाता है. जैसे कोई एंकर गिर जाता है वैसा हो गया हूं. मैं बस बहुत अच्छे से सोना चाहता हूं.'
कोहली बोले- बहुत मजाक उड़ाया गया
कोहली ने पिछले 17 सीजन के दौरान खाली हाथ रहने और ट्रॉफी नहीं जीत पाने के दर्द पर भी बोले. उन्होंने कहा,
बहुत स्ट्रेस लिया. बहुत चीजें सुनीं. इतने सालों तक आरसीबी ये, आरसीबी वो... वह पूरी जर्नी का हिस्सा है. बहुत लोगों ने बहुत ट्रोल किया. बहुत हमारा मजाक उड़ाया. सब कुछ हुआ. लेकिन उसने हमें मजबूत बनाया. एक टीम और फ्रेंचाइज के रूप में उसने हम सबको और करीब किया. फैंस और हमारा जो रिश्ता है वह तप-तपकर ही बना है. और सही कहा आपने. आज मैं शांति से सोऊंगा.
विराट कोहली ने कहा कि यह जीत जितनी टीम की है उतनी ही फैंस की भी है. 18 साल हो गए. उन्होंने इसके लिए अपनी जवानी, अपना सबसे अच्छा समय और अनुभव सब दे दिया. हर सीजन जीतने की कोशिश की.