विराट कोहली ने आईपीएल में अपने बुरे वक्त को किया याद, कहा- मैं उन तीन सीजन में इस टूर्नामेंट को...

 विराट कोहली ने आईपीएल में अपने बुरे वक्त को किया याद, कहा- मैं उन तीन सीजन में इस टूर्नामेंट को...
विराट कोहली

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विराट कोहली आईपीएल के पहले सीजन से ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलरु का हिस्‍सा है.

शुरुआती तीन सीजन में उन्‍हें टॉप ऑर्डर में बैटिंग का मौका नहीं मिला.

IPL 2025: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के धुरंधर बल्‍लेबाज विराट कोहली आईपीएल 2025 में जबरदस्‍त फॉर्म  में नजर आ रहे हैं. वह ना सिर्फ खुद रन बना रहे हैं, बल्कि टीम के बाकी बल्‍लेबाजों को भी प्रभावित  कर रहे हैं. कोहली आईपीएल इतिहास में सबसे ज्‍यादा रन बनाने वाले बल्‍लेबाज हैं. 2008 में आईपीएल के पहले सीजन से ही आरसीबी का हिस्‍सा रहे कोहली के नाम 256 मैचों में 8168 रन है. वह आरसीबी की सबसे मजबूत दीवार हैं. मगर एक समय ऐसा भी था, जब उन्‍हें ज्‍यादा मौके नहीं मिले.

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आईपीएल में आरसीबी के साथ अपने बुरे वक्‍त को याद करते हुए कोहली ने बताया कि बैटिंग ऑर्डर में जगह पक्‍की होने के बाद कैसे उनके करियर की दिशा बदल गई. जियो हॉटस्‍टार के साथ बातचीत के दौरान कोहली ने कहा- 

रॉयल चैलेंजर्स बेंबलुरु के साथ अपने शुरुआती तीन सीजन में मुझे टॉप ऑर्डर में बैटिंग करने के कई मौके नहीं मिले. आमतौर पर मुझे लोअर ऑर्डर में भेजा जाता था. इसीलिए कभी कभार प्रभावशाली पारी खेलने के अलावा आईपीएल में शुरुआत में कुछ खास नहीं कर पाया, मगर 2009 सीजन मेरे लिए थोड़ा बेहतर रहा. उस सीजन पिच मेरे खेल के अनुकूल थीं. गेंद बल्‍ले पर अच्‍छी तरह से आ रही थी और मैं अपने शॉट्स को अधिक आजादी से  खेल सकता था. मेरे करियर का यह एक दिलचस्‍प दौर था. 2010 के बाद से मैंने निरंतर परफॉर्म किया और 2011 में तीसरे नंबर पर नियममित रूप ये बैटिंग करने लगा. तब से हकीकत में मेरा आईपीएल सफर शेप में आना शुरू हुआ था. 

उन्‍होंने अपने डेब्यू सीजन के बारे में भी बात की. भारत के कुछ महानतम क्रिकेटरों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने के डर और दबाव को याद करते हुए कोहली ने कहा- 

जब मैं पहली बार आईपीएल में खेला तो मैं पूरी तरह से हैरान था.मैं वास्तव में इससे पहले किसी से नहीं मिला था.शायद हमारे नॉर्थ जोन के दिनों के जहीर खान और युवराज सिंह को छोड़कर.इसलिए अनिल कुंबले और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम में जाना काल्पनिक दुनिया जैसा लग रहा था, उनके साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का उत्‍साह था तो साथ में दबाव भी था. मुझे पता था कि मेरा खेल अभी उस स्तर पर नहीं है और मुझे खुद को साबित करना था.आखिरकार पहले सीजन में मैं उस दवाब में आ गया. फिर भी वह अनुभव कभी ना भूलने वाला है. 

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