विराट कोहली का आईपीएल ट्रॉफी उठाने का 18 साल का लंबा इंतजार मंगलवार रात को उस वक्त खत्म हो गया, जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर खिताब अपने नाम किया.कोहली फाइनल में आरसीबी के लिए सबसे ज्यादा 43 रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे. उनकी इस पारी की बदौलत बेंगलुरु ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 190 रन बनाए. जिसके जवाब में पंजाब किंग्स की टीम सात विकेट पर 184 रन ही बना सकी. जिसके जवाब में पंजाब की टीम 20 ओवर में सात विकेट पर 184 रन ही बना पाई.
उन्होंने (कोहली) ट्रॉफी जीतने के लिए केवल 18 साल इंतजार किया. सचिन तेंदुलकर ने 1989 से 2011 तक इंतजार किया. इसलिए कोहली का इंतजार कम रहा और फिर भी सचिन ने कभी उम्मीद नहीं खोई. उन्होंने मन बना लिया था कि वह वर्ल्ड कप ट्रॉफी को अपने हाथ में लेकर ही इस खेल को अलविदा कहेंगे.
सहवाग ने कहा कि कोहली जब भी कोई फैसला लेंगे तो वे बिना किसी पछतावे के रिटायर हो सकते हैं. उन्होंने कहा-
विराट कोहली के लिए भी यही बात है. अब वे राहत महसूस कर सकते हैं. वे जब भी चाहें आईपीएल खेलना बंद करके यह फैसला ले सकते हैं. एक खिलाड़ी ट्रॉफी जीतने के लिए खेलता है. पैसा आता-जाता रहता है, लेकिन ट्रॉफी जीतना आसान नहीं होता और भले ही कोहली का इंतजार खत्म हो गया हो, लेकिन उन्होंने अभी भी उनके अभियान में बहुत मजबूत योगदान दिया है.
कोहली ने 2025 सीजन का अंत 15 मैचों में 657 रन बनाकर किया और इस सीजन में तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे. उन्होंने 144.71 की स्ट्राइक रेट के साथ 54.75 की औसत से रन बनाए. उन्होंने इस सीजन में आठ अर्धशतक लगाए.