भारत के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल और उनकी पत्नी धनश्री वर्मा लगभग अलग हो गए हैं. दोनों करीब दो साल से अलग रह रहे हैं और अब दोनों के तलाक पर 20 मार्च तक फैसला आ सकता है. चहल की आईपीएल में व्यस्तता को देखते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने बांद्रा मजिस्ट्रेट कोर्ट को तलाक की कार्यवाही पर गुरुवार तक फैसला सुनाने का आदेश दिया है.
चहल 22 मार्च से आईपीएल 2025 में बिजी हो जाएंगे. वह इस बार पंजाब किंग्स की तरफ से खेलते नजर आएंगे. पंजाब की टीम 25 मार्च को गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी. मेगा ऑक्शन ने पंजाब ने चहल को 18 करोड़ रुपये में खरीदा था.जस्टिस माधव जामदार की बेंच का कहना है कि चहल के वकील से बात हुई है. उन्होंने बताया कि 21 मार्च के बाद चहल आईपीएल में बिजी होने के कारण कोर्ट मे उपस्थित नहीं हो पाएंगे. इसी वजह से फैमिली कोर्ट को तलाक के मामले में 20 मार्च तक फैसला सुनाने का आदेश दिया गया है.
हाईकोर्ट में दी फैमिली कोर्ट के फैसले को चुनौती
चहल और धनश्री ने आपसी सहमति से पांच फरवरी को फैमिली कोर्ट में याचिका दायर की थी. हालांकि फैमिली कोर्ट ने छह महीने की कूलिंग ऑफ पीरियड को माफ करने से इनकार कर दिया था. इसके बाद दोनों ने हाईकोर्ट में फैमिली कोर्ट के फैसले को चुनौती दी. दरअसल तलाक के लिए हिंदू मैरिज एक्ट के तहत धारा 13 बी के तहत छह महीने का कूलिंग ऑफ पीरियड जरूरी होता है, ताकि कपल साथ रहने की संभावनाओं को खोज सके. हालांकि यदि पक्षों के बीच विवाद के निपटारे की कोई गुंजाइश नहीं है तो इसे कूलिंग ऑफ पीरियड को माफ किया जा सकता है.
जस्टिस माधव ने इस बात को ध्यान में रखते हुए कूलिंग पीरियड को माफ कर दिया कि दोनों करीब ढाई साल से अलग रह रहे हैं और गुजारा भत्ता के भुगतान के मामले में भी दोनों के बीच सहमति की शर्तों का पालन किया गया है. फैमिली कोर्ट के मुताबिक चहल की तरफ से धनश्री को 4.75 करोड़ रुपये देने की बात कही गई थी, जिसमें से वह अभी तक 2.37 करोड़ रुपये दे चुके हैं.
रिपोर्ट- विद्या, मुंबई