देवदत्त पडिक्कल ने शानदार खेल दिखाते हुए महाराजा ट्रॉफी टी20 टूर्नामेंट में अपनी टीम गुलबर्गा मिस्टिक्स को जोरदार जीत दिलाई. उन्होंने नाबाद 78 रन की पारी खेली और फील्डिंग के दौरान पांच कैच भी लपके. इसके चलते गुलबर्गा ने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में बेंगलुरु ब्लास्टर्स को छह विकेट से शिकस्त दी. बेंगलुरु ने पहले बैटिंग करते हुए नौ विकेट पर 144 रन बनाए. इस लक्ष्य को गुलबर्गा ने 17.3 ओवर में चार विकेट गंवाकर ही हासिल कर लिया. इस जीत से गुलबर्गा मिस्टिक्स की टीम सात मैच में चौथी जीत के साथ आठ पॉइंट है. वह अब दूसरे पायदान पर है. वहीं बेंगलुरु की टीम हार के बाद भी 10 पॉइंट के साथ सबसे ऊपर है.
प्लेयर ऑफ दी मैच चुने गए पडिक्कल ने बैटिंग से पहले फील्डिंग से रंग जमाया. उन्होंने पांच कैच लपके. बेंगलुरु के पहले छह में से पांच बल्लेबाज पडिक्कल के हाथों ही लपके गए. बेंगलुरु की तरफ से कप्तान मयंक अग्रवाल ने सबसे ज्यादा 28 रन की पारी खेली. उन्होंने 22 गेंदों का सामना किया और चार चौके लगाए. उनके अलावा केवी अनीश (20), शिवकुमार रक्षित (16), क्रांति कुमार (17) और जगदीश सुचित (17) ही दहाई का आंकड़ा पार कर पाए लेकिन कोई भी बड़ी पारी नहीं खेल पाया. गुलबर्गा की तरफ से मनोज भांडगे और विद्वत कवरप्पा ने तीन-तीन शिकार किए.
गुलबर्गा की पारी का हाल
लक्ष्य का पीछा करते हुए गुलबर्गा ने रोहन पाटिल का विकेट तीसरे ही ओवर में गंवा दिया. वे एक रन बनाने के बाद रन आउट हुए. लेकिन देवदत्त पडिक्कल ने एक छोर थाम लिया और दूसरे विकेट के लिए जसवाथ आचार्य (18) के साथ मिलकर 61 रन की साझेदारी की. दूसरी तरफ से गुलबर्गा ने भी नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए लेकिन पडिक्कल के डटे रहने से उसका काम आसान हो गया. उनके अलावा कृष्णन श्रीजीत (12) और कप्तान मनीष पांडे (13) ज्यादा देर नहीं टिके.
पडिक्कल ने तीन मैच में दूसरी फिफ्टी लगाते हुए टीम को आसान जीत दिला दी. उन्होंने अपनी पारी में 61 गेंद का सामना किया और सात चौके व चार छक्के लगाए. आईपीएल में अभी देवदत्त राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा हैं. उन्होंने पिछले सीजन में 376 रन बनाए थे और टीम के फाइनल तक पहुंचने में अहम रोल निभाया था.