भारतीय टीम को जब से न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में हार मिली है तब से पूर्व क्रिकेटर और फैंस लगातार टीम मैनजमेंट को निशाना बना रहे हैं. इस बीच पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी बड़ा बयान दिया है. पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि भारत के स्टार बल्लेबाजों ने पिछले कुछ सालों में टर्निंग पिचों पर खेलने से अपना आत्मविश्वास खो दिया है जिससे उनके घरेलू औसत में गिरावट आई है. भारत 12 सालों में अपनी पहली टेस्ट सीरीज हार गया. न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे की टर्निंग पिच पर भारत ने महत्वपूर्ण टॉस गंवा दिया और इसके बाद टीम 156 और 245 रन ही बना सकी. इसमें न्यूजीलैंड के मुख्य स्पिनर मिचेल सैंटनर ने 13 विकेट लिए.
रहाणे का करियर टर्निंग पिच के चलते खराब हुआ: भज्जी
हरभजन ने यहां ये भी कहा कि अजिंक्य रहाणे का करियर इसलिए खराब हो रहा है क्योंकि टीम मैनेजमेंट ने टर्निंग पिचें बनानी शुरू कर दी हैं. रहाणे ने भारत के लिए साल 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी टेस्ट खेला था. इसके बाद से अब तक वो टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं. वो मुंबई के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेल रहे हैं.
हरभजन ने भारतीय टीम की सोचने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा,"पिछले दशकों के दौरान के चलन को देखें. हम पिछले दशक में ज्यादातर टर्नर पर इस उम्मीद के साथ खेल रहे हैं कि हम टॉस जीतेंगे और 300 रन बनाएंगे और मैच पर नियंत्रत करेंगे."
उन्होंने कहा,"लेकिन हम नहीं जानते कि पासा उलटा पड़ जाएगा और टर्निंग पिच पर हमारे बल्लेबाजी चलेगी या नहीं. हमारे बल्लेबाजों ने इन पिचों पर खेलते हुए आत्मविश्वास खो दिया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण अजिंक्य रहाणे हैं जो एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. इस तरह की पिचों के कारण उनका करियर प्रभावित हुआ."