न्यूजीलैंड ने भारत को बेंगलुरु के मैदान पर पहले टेस्ट में 8 विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ कीवी टीम ने 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है. पहली पारी में टीम इंडिया 46 रन पर आउट हो गई थी लेकिन दूसरी पारी में टीम ने कमाल का खेल दिखाया और 462 रन बनाए. हालांकि अंत में टीम के पास ज्यादा रनों की लीड नहीं हो पाई जिसके चलते भारत सिर्फ 107 रन का लक्ष्य ही दे पाया और कीवी टीम ने इसे आसानी से हासिल कर लिया.
दोनों टीमों के बीच अब दूसरा टेस्ट पुणे के मैदान पर खेला जाएगा. 24 अक्टूबर से दोनों टीमों के बीच ये टेस्ट होगा. ऐसे में कहा जा रहा है कि टीम इंडिया कुछ बदलाव भी कर सकती है. हालांकि पहले टेस्ट पर नजर दौड़ाएं तो अगर टीम इंडिया 100 रनों के भीतर 17 विकेट नहीं गंवाती तो भारत ये मुकाबला जीत सकता था. पहली पारी में सभी बल्लेबाज फेल रहे थे. इसमें 5 बल्लेबाज ऐसे थे जो बिना खाता खोले ही आउट हो गए. भारत ने 10 विकेट 46 रन पर ही गंवा दिए.
100 रनों पर टीम इंडिया ने गंवाए 17 विकेट
दूसरी पारी में टीम इंडिया ने अच्छी शुरुआत की और रोहित- जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी की. इसके बाद क्रीज पर विराट कोहली और सरफराज खान और इन दो बल्लेबाजों के बीच भी 100 से ज्यादा रन की साझेदारी हुई. विराट के आउट होने के बाद सरफराज ने पंत का साथ दिया और इन दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर टीम के स्कोर को 400 के पार पहुंचा दिया. इस दौरान रोहित ने 52 रन, विराट ने 70, सरफराज ने 150 और पंत ने 99 रन बनाए. हालांकि इसके बाद पूरी टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई.
दूसरी पारी में सरफराज खान उस वक्त आउट हुए जब टीम ने 408 रन बना लिए थे और इसके बाद पूरी टीम 462 रन पर ढेर हो गई. यानी की सरफराज के आउट होने के साथ भारत ने 7 विकेट सिर्फ 54 रन के भीतर गंवा दिए. यानी की 408 से लेकर 462 तक सरफराज को मिलाकर भारत ने कुल 7 विकेट गंवाए. अगर पहली पारी में टीम 46 रन पर आउट न होती और दूसरी पारी में तुरंत 7 विकेट नहीं गिरते तो टीम इंडिया इस टेस्ट पर कब्जा या फिर मैच को ड्रॉ करा सकती थी.
ये भी पढ़ें:
बेंगलुरु टेस्ट में करारी हार के बाद रोहित शर्मा का छलका दर्द, कहा-मैंने कभी नहीं सोचा था कि...