भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट की सीरीज का पहला मुकाबला 16 अक्टूबर से बेंगलुरु में खेला जाएगा. इस मुकाबले पर बारिश का साया है. बरसात के चलते भारतीय टीम मैच से एक दिन पहले प्रैक्टिस नहीं कर पाई. बेंगलुरु टेस्ट के पहले दिन भी ऐसे ही हालत रहने वाले हैं. ऐसे में दोनों टीमों को मैच के साथ ही आसमान की कंडीशन पर भी नज़र रखनी होगी. हालांकि अच्छी बात यह है कि बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम का ड्रेनेज सिस्टम जबरदस्त है. भारी बारिश होने पर भी आधे घंटे में इसे खेल के लिए तैयार किया जा सकता है. ऐसे में फैंस और खिलाड़ियों को भारत-बांग्लादेश के बीच हुए कानपुर टेस्ट जैसी निराशा नहीं झेलनी पड़ेगी जहां पर दो दिन तक एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी थी. इसके बाद भारतीय टीम ने असाधारण खेल के चलते जीत हासिल की थी.
बेंगलुरु टेस्ट को लेकर कहा जा रहा है कि पहले तीन दिन में बारिश की सबसे ज्यादा आशंका रहेगी. हालांकि इसके बाद इसका खतरा कम हो जाएगा. टेस्ट मैच के दौरान लगातार बादल छाए रहेंगे और तेज हवाएं भी चलने का अनुमान है. स्थानीय मौसम विभाग के जानकारों का कहना है कि 16 से 18 अक्टूबर के बीच बारिश का खतरा सर्वाधिक रहेगा. इस दौरान मैच के पहले दिन बारिश की 41 फीसदी संभावना है. दोपहर के दौरान बारिश की वजह से खलल पड़ सकता है.
17 अक्टूबर को बारिश होने की 40 प्रतिशत संभावना है. तीसरे दिन यानी 18 अक्टूबर को बारिश सबसे ज्यादा परेशान कर सकती है. तब बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलेंगी और यह दोपहर के दौरान होगा. आखिरी दो दिन में बारिश का असर कम रहेगा.
बेंगलुरु में येलो अलर्ट जारी
बेंगलुरु में 15 अक्टूबर को सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 16 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर रखा है. इसका मतलब है कि 6 सेंटीमीटर से 11 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है. बेंगलुरु के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते जलजमाव हो गया है. राज्य सरकार ने बारिश के खतरे के चलते वर्क फ्रॉम होम का ऐलान किया है.