न्यूजीलैंड टेस्ट से पहले गौतम गंभीर-रोहित शर्मा में मतभेद आए सामने, टीम इंडिया के कप्तान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया बड़ा कमेंट

न्यूजीलैंड टेस्ट से पहले गौतम गंभीर-रोहित शर्मा में मतभेद आए सामने, टीम इंडिया के कप्तान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया बड़ा कमेंट

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रोहित शर्मा ने मीडिया से कहा कि 11 अच्छे खिलाड़ी होने पर ही टीम को कामयाबी मिलती है.

भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट का पहला मुकाबला 16 अक्टूबर से खेला जाएगा.

भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले गेंदबाजों को सराहा था. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए भारत को बल्लेबाजों के प्रति आसक्त देश कहा था. उनका कहना है अब जमाना गेंदबाजों का है. लेकिन टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने 15 अक्टूबर को मीडिया से बात करते हुए कहा कि जीत के लिए गेंदबाज ही नहीं अच्छे बल्लेबाज भी चाहिए होते हैं. 11 अच्छे खिलाड़ी होने पर ही टीम को कामयाबी मिलती है. बल्लेबाज बड़े रन बनाएंगे तभी गेंदबाजों को विकेट निकालने में मदद होगी. इस तरह से भारत और न्यूजीलैंड के बीच 16 अक्टूबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पहले कप्तान और कोच के विचारों में मतभेद दिखा.

रोहित ने बेंगलुरु में होने वाले टेस्ट से पहले कहा, 'जीत के लिए आपको बल्लेबाज भी चाहिए जो रन बना सके. इसलिए सब कुछ चाहिए होता है. ऐसा नहीं है कि केवल गेंदबाजों से ही काम चलता है, बल्लेबाज भी चाहिए होते हैं. टीम में 11 मजबूत खिलाड़ी होने चाहिए, यह सबसे जरूरी बात है. बल्लेबाजों के रन बनाने से गेंदबाजों को अपनी मर्जी के हिसाब से बॉलिंग करने की छूट मिलती है. अगर आप दूसरी तरह से देखेंगे तो ऐसे गेंदबाज चाहिए जो आपको विकेट दिलाएं जिससे कि बल्लेबाज रन बना सकें और मैच जिता पाएं. इसलिए आपको दोनों के कॉम्बिनेशन की जरूरत है. मजबूत खिलाड़ी होने चाहिए. दोनों का मिश्रण होने से ही कामयाबी मिलती है.'

गंभीर ने बॉलर्स के बारे में क्या कहा था

 

गंभीर ने एक दिन पहले यानी 14 अक्टूबर को कहा था कि गेंदबाज ही किसी टीम को विजेता बनाते हैं. बल्लेबाज केवल मैच बना सकते हैं. उन्होंने कहा था, 'यह बहुत जरूरी है कि हमारी बल्लेबाजों के प्रति दीवानगी खत्म हो. अगर बल्लेबाज 1000 रन बनाते हैं तो कोई गारंटी नहीं है कि कोई टीम टेस्ट मैच जीतेगी लेकिन अगर गेंदबाज 20 विकेट लेते हैं तो 99 फीसदी गारंटी है कि हम मैच जीतेंगे. फिर चाहे टेस्ट हो या कोई और फॉर्मेट. गेंदबाज आपको टूर्नामेंट जिताते हैं. इसलिए मुझे उम्मीद है कि इस युग या आने वाले में हम लोग बल्लेबाजों से ज्यादा गेंदबाजों की बात करेंगे. और मैं उम्मीद करता हूं कि समय के साथ मानसिकता बदलेगी.'