दादा का मजाकिया अंदाज- द्रविड़ के बेटे की शिकायत के बाद लिया हेड कोच बनाने का फैसला

दादा का मजाकिया अंदाज- द्रविड़ के बेटे की शिकायत के बाद लिया हेड कोच बनाने का फैसला

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरव गांगुली(दादा) ने राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का मुख्य कोच बनाने के लिए उनसे कई बार बात चीत की थी. गांगुली के कहने पर ही द्रविड़ ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के डायरेक्टर पद का कार्यभार छोड़कर टीम इंडिया का कोच बनने के लिए हामी भरी. ऐसे में गांगुली ने दिलचस्प खुलासा करते हुए बताया है कि कैसे द्रविड़ के बेटे से उनकी फोन पर बातचीत हुई और फिर उन्होंने अपने साथी खिलाड़ी को इस रोल के लिए मना लिया.

बेटे ने कहा पापा (द्रविड़) सख्ती कर रहे हैं 
अंडर-19 टीम इंडिया को अपनी कोचिंग में विश्व चैंपियन और उसके बाद इंडिया ए के लिए भी द्रविड़ ने दमदार काम किया. उनके सानिध्य में पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, शिवम् मावी, ऋषभ पंत, और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे एक से बढ़कर एक युवा खिलाड़ियों ने क्रिकेट की बारीकियां सीखी. इस तरह द्रविड़ के शानदार रिपोर्ट कार्ड को देखते हुए गांगुली ने अब उन्हें टीम इंडिया का प्रमुख कोच बना दिया है. जो कि रवि शास्त्री की जगह टीम मैनेजमेंट में ले चुके हैं. इस तरह द्रविड़ को कोच पद के लिए मनाने पर गांगुली ने 40वें शारजाह इंटरनेशनल बुक फेयर के दौरान मजाक करते हुए कहा, "मुझे उनके बेटे की तरफ से एक फोन काल आया कि पिता उनके साथ सख्त हो रहे हैं और अब उन्हें हमसे दूर ले जाने की जरूरत है. इसलिए मैंने राहुल द्रविड़ को कॉल किया और बोला कि अब आपका नेशनल टीम ज्वाइन करने का समय आ गया है."

हालांकि, बाद में गांगुली ने सच्चाई बताते हुए कहा, "हम एक साथ बड़े हुए हैं, लगभग एक ही समय पर और हमने खेल के दिनों में एकसाथ काफी समय बिताया है. इसलिए हमको उनका स्वागत करने और मनाने में आसानी हुई."