नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज के दौरान विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने 372 रनों की बड़ी जीत दर्ज की. जिसके साथ ही अब टीम इंडिया आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पायदान पर आ गई है. हालांकि नंबर एक टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली का बल्ला पिछले दो सालों से खामोश है और वह एक भी शतक नहीं लगा सके हैं. ऐसे में 1-0 से सीरीज जीत के बाद जब कोहली से जब उनके बल्ले से पिछले दो सालों से शतक न आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दिलचस्प जवाब देते हुए कहा कि यह एक जंग है और इसमें विश्वास का होना बहुत जरूरी है.
कोहली ने अपना आखिरी शतक 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में लगाया था लेकिन पिछले दो वर्षों में वह आउट होने के अपने तरीके को लेकर किसी तरह से परेशान नहीं हुए. उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रक्रिया पर कायम रहते हैं लेकिन अगर आउट होने का तरीका एक जैसा हो तो फिर उसमें सुधार की जरूरत पड़ती है. कभी-कभी ये चीजें स्वाभाविक तौर पर हो जाती हैं और कभी नहीं होती है. आपको आगे बढ़ने पर ध्यान देना होगा और जिन गलतियों की पुनरावृत्ति हो रही हो उन्हें दूर करना होगा. आपको यह विश्वास होना चाहिए कि आप इस दौर से बाहर निकल सकते हो. यह जंग है, विश्वास है.’’
रहाणे ही जानते हैं उनके उपर क्या बीत रही है
वहीं खराब फॉर्म से जूझ रहे उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के बारे में कोहली ने कहा कि मैं उनका आंकलन नहीं कर सकता. कोहली ने कहा, "मैं उनकी (रहाणे) की फॉर्म का आकलन नहीं कर सकता. कोई भी ऐसा नहीं कर सकता है. केवल एक खिलाड़ी ही जानता है कि वह किस दौर से गुजर रहा है. इस दौर में हमें उनका समर्थन करने की जरूरत है विशेषकर तब जबकि उन्होंने अतीत में अच्छा प्रदर्शन किया है. हमारे यहां ऐसा माहौल नहीं है जहां खिलाड़ी यह सोचे कि अब क्या होगा. एक टीम के तौर पर हम ऐसी चीजों को प्रश्रय नहीं देते. हम खिलाड़ी जानते हैं कि टीम में क्या हो रहा है. बाहर बहुत कुछ होता रहता है और हम नहीं चाहते कि उससे हमारे खेल पर प्रभाव पड़े. हम अंजिक्य हो या कोई और टीम में हर किसी का समर्थन करते हैं. बाहर क्या हो रहा है हम उस आधार पर फैसले नहीं करते.’’