कोहली वनडे कप्‍तान रहेंगे या नहीं? इस दिन होगा फैसला

कोहली वनडे कप्‍तान रहेंगे या नहीं? इस दिन होगा फैसला

नई दिल्ली। टेस्ट कप्तान के रूप में विराट कोहली की वापसी हो चुकी है. लेकिन वनडे कप्तान के तौर पर वो टीम की कमान संभालेंगे या नहीं फिलहाल इसपर संशय है. ऐसा इसलिए है क्योंकि वो टी20 की कप्तानी पहले ही छोड़ चुके हैं. अगर भारत सरकार टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका दौरे की परमिशन दे देता है तो सेलेक्टर्स यहां एक हफ्ते के भीतर मीटिंग कर टीम को दौरे के लिए परमिशन दे सकते हैं. चेतन शर्मा के नेतृत्व में नेशनल सेलेक्शन कमेटी यहां विराट कोहली की कप्तानी पर बड़ा फैसला कर सकती है. जिसमें ये साफ हो सकता है कि दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान वनडे कप्तान के तौर पर विराट होंगे या कोई और. बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ये साफ कर चुके हैं कि दक्षिण अफ्रीका दौरा अपने समय पर ही होगा. हालांकि बोर्ड यहां कोविड-19 के नए वेरिएंट पर नजर बनाए हुए है. विराट कोहली को अगर वनडे कप्तान से हटाया जाता है तो रोहित शर्मा अगले कप्तान बनने के सबसे बड़े दावेदार हैं.


क्यों जाएगी विराट की वनडे कप्तानी
साल 2022 में ज्यादातर मैच टी20 होंगे जिसमें सबसे बड़ा टूर्नामेंट टी20 वर्ल्ड कप है. इसका आयोजन ऑस्ट्रेलिया में किया जाएगा. अगले सात महीनों में सिर्फ 9 वनडे मुकाबले ही खेले जाने हैं जिसमें 3 दक्षिण अफ्रीका और 3 इंग्लैंड में होने वाले हैं और तीन भारत में खेले जाएंगे. ऐसे में बीसीसीआई फिलहाल इसी सोच के साथ चल रहा है कि, या तो कम वनडे मुकाबलों को देखते हुए कोहली को कप्तान रखा जा सकता है या किसी और कप्तान को टेस्ट किया जा सकता है.


कौन लेगा फाइनल कॉल
कोहली की कप्तानी को लेकर फाइनल कॉल यहां बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ही लेंगे. एक कप्तान के तौर पर विराट के लिए फिलहाल इसलिए भी खतरा मंडरा रहा है क्योंकि अब तक वो कोई भी अहम आईसीसी टूर्नामेंट जीत नहीं पाए हैं.


कब होगा टीम का चयन
टीम का चयन इसी हफ्ते होगा. बीसीसीआई यहां कोलकाता में शनिवार को मीटिंग करेगी जहां चेनत शर्मा एंड कंपनी के कार्यकाल को एजेंडा के तहत रिन्यू किया जाना है. हालांकि अफ्रीकी दौरे पर सिर्फ एक बायो बबल ही होने की उम्मीद है, ऐसे में एक बड़ी टीम को सभी फॉर्मेट के लिए चुना जा सकता है. टीम 20 से 23 खिलाड़ियों की हो सकती है.
बता दें कि बीसीसीआई और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका यहां पूरी सीरीज खेलने के पक्ष में है लेकिन अंतिम फैसला यहां सरकार के जरिए ही लिया जाएगा.