पृथ्वी शॉ की तूफानी बैटिंग, टूटा 134 साल पुराना रिकॉर्ड, रन बनाए बिना भी छा गए जायसवाल

पृथ्वी शॉ की तूफानी बैटिंग, टूटा 134 साल पुराना रिकॉर्ड, रन बनाए बिना भी छा गए जायसवाल

मुंबई ने उत्तर प्रदेश को पहली पारी में 180 रन पर समेटकर रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के तीसरे दिन 16 जून को अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली. पहली पारी में 393 रन बनाने वाली मुंबई की टीम ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर 133 रन बनाए हैं. इस तरह से उसने 346 रन की बढ़त हासिल कर ली है. तीसरे दिन के खेल के बाद मुंबई ने फाइनल में पहुंचने की अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. 

मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ ने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करके 71 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 64 रन बनाए. इस पारी के जरिए शॉ ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 134 साल पुराना एक रिकॉर्ड तोड़ दिया. उन्होंने जायसवाल के साथ पहले विकेट के लिए 66 रन की साझेदारी की. इसमें से 64 रन अकेले शॉ के थे. इस तरह 50 रन से ज्यादा की ओपनिंग पार्टनरशिप में 96.96 प्रतिशत रन पृथ्वी शॉ के नाम रहे. इससे पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यह रिकॉर्ड 134 साल पहले साल 1888 में बना था. तब ऑस्ट्रेलियंस टीम के लिए पर्सी जैक्सन ने 86 रन की साझेदारी में 82 रन बनाए थे. साझेदारी में उनका योगदान 95.34 प्रतिशत का था.

शॉ का तूफानी खेल

सस्ते में निपटी यूपी की पारी

इससे पहले सुबह उत्तर प्रदेश ने दो विकेट पर 25 रन से आगे खेलना शुरू किया और नियमित अंतराल में विकेट गंवाए. उसकी तरफ से केवल पांच बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे. इसमें नौवें नंबर पर उतरे शिवम मावी ने सर्वाधिक 48 रन बनाए. उनके अलावा सलामी बल्लेबाज माधव कौशिक ने 38 और कप्तान करण शर्मा ने 27 रन का योगदान दिया. मुंबई की तरफ से तुषार देशपांडे, मोहित अवस्थी और तनुष कोटियान ने तीन-तीन विकेट लिए.