रणजी ट्रॉफी 2025-26 के पांचवें राउंड में ऋषभ पंत के सबसे तेज रणजी शतक का रिकॉर्ड टूटते-टूटते बचा. पुडुचेरी के लिए खेल रहे अमन खान एक समय इस रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब थे लेकिन वह 86 के स्कोर पर आउट हो गए. उन्होंने सातवें नंबर पर आकर मुंबई के खिलाफ 44 गेंद में छह चौकों व आठ छक्कों से 86 रन की पारी खेली. अमन पहले मुंबई की तरफ से ही खेला करते थे लेकिन वहां पर मौके कम होने पर इस सीजन से पहले पुडुचेरी के लिए खेलने लगे. वे आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी टीमों के लिए खेल चुके हैं.
अमन जब बैटिंग के लिए उतरे तब पुडुचेरी की टीम दूसरी पारी में भी जूझ रही थी. 91 रन पर उसके पांच विकेट गिर चुके थे. ऐसे समय में उन्होंने मुंबई के ही एक और पूर्व क्रिकेटर सिद्धांत आढ़तराव के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 137 रन की साझेदारी की. अमन ने इस दौरान 29 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने शार्दुल ठाकुर, तुषार देशपांडे, शम्स मुलानी, तनुष कोटियन जैसे गेंदबाजों के सामने तूफानी खेल दिखाया. वे शतक के करीब थे तब मुशीर खान की गेंद पर बोल्ड हो गए.
रणजी ट्रॉफी में किसके नाम है सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड
रणजी ट्रॉफी में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड ऋषभ पंत के नाम है. उन्होंने 2016 में झारखंड के खिलाफ 48 गेंद में सैकड़ा लगाया था. उनके बाद असम के रियान पराग और राजेश बोरा के नाम है जिन्होंने 56 गेंद में ऐसा कर रखा है.
पुडुचेरी पर गहराया पारी की हार का खतरा
अमन के जबरदस्त प्रदर्शन के बाद भी पुडुचेरी पर मुंबई के सामने पारी से हार का खतरा मंडर रहा है. पहली पारी में 132 रन पर सिमटने के बाद उसे फॉलो ऑन मिला और दूसरी पारी में भी तीसरे दिन के खेल के बाद 231 पर छह विकेट गिर चुके हैं. पारी की हार टालने के लिए अभी भी 267 रन बनाने हैं. मुंबई ने अपनी इकलौती पारी में पांच विकेट पर 630 का स्कोर बनाया. उसकी तरफ से सिद्धेश लाड ने 170 और आकाश आनंद ने 107 रन की पारी खेली. वही मुशीर खान (84), अखिल हरवाडकर (86), सरफराज खान (67) और शार्दुल ठाकुर (56) ने अर्धशतक लगाए.

