5 मैच में 3 शतक-2 फिफ्टी, डेब्यू में उड़ाया दोहरा शतक, 93 की औसत से बरसाए 651 रन, अर्जुन तेंदुलकर के साथी का रणजी में कोहराम

5 मैच में 3 शतक-2 फिफ्टी, डेब्यू में उड़ाया दोहरा शतक, 93 की औसत से बरसाए 651 रन, अर्जुन तेंदुलकर के साथी का रणजी में कोहराम
abhinav tejrana

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अभिनव तेजराणा ने चंडीगढ़ के खिलाफ मैच से फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था.

अभिनव तेजराणा फर्स्ट क्लास डेब्यू में दोहरा शतक लगाने वाले 13वें भारतीय हैं.

अभिनव तेजराणा अंडर 19 लेवल पर दिल्ली के लिए खेले हैं.

रणजी ट्रॉफी 2025-26 के पहले हाफ में गोवा के युवा बल्लेबाज अभिनव तेजराणा ने धूम मचा दी. वह सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर रहे. हालांकि एलिट लीग में उनका नाम सबसे ऊपर रहा. 24 साल के अभिनव ने पांच मैच में 93 की औसत से 651 रन बनाए. उनसे आगे मिजोरम की तरफ से खेल रहे अरमान जाफर का नाम है लेकिन वह प्लेट लीग में खेल रहे हैं. उन्होंने चार मैच में 143.40 की औसत से 717 रन बनाए. अभिनव पहले घरेलू क्रिकेट में दिल्ली की तरफ से खेलते थे लेकिन वहां तवज्जो नहीं मिलने पर वह गोवा शिफ्ट हो गए. अब वहां लोकल खिलाड़ी के रूप में खेल रहे हैं.

अभिनव तेजराणा ने रणजी ट्रॉफी में कैसे किया कमाल

 

अभिनव ने चंडीगढ़ के खिलाफ मुकाबले से रणजी डेब्यू किया था. पहले ही मुकाबले में उन्होंने 205 रन की पारी खेली. वह 13वें ही भारतीय बल्लेबाज बने जिन्होंने फर्स्ट क्लास डेब्यू में दोहरा शतक लगाया. इसके बाद उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ 18 और नाबाद 93 रन की पारी खेली. दूसरी पारी में लगाए अर्धशतक से उन्होंने गोवा को पारी की पारी से बचाया. पंजाब के खिलाफ तीसरे राउंड के मुकाबले में 131, मध्य प्रदेश के खिलाफ तीन व 69 और सौराष्ट्र के सामने 118 व 34 रन की पारियां अभिनव ने खेली.

अभिनव तेजराणा दिल्ली छोड़कर क्यों गोवा हुए शिफ्ट

 

अभिनव ने अंडर 19 लेवल पर दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया. लेकिन यहां उन्हें आगे बढ़ने के लिए तवज्जो नहीं दी गई. दो साल तक उन्हें खेलने का मौका ही नहीं मिला. एकबारगी तो अभिनव ने क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था लेकिन पिता के कहने पर फिर से क्रिकेट पर ध्यान लगाया. उनके पिता अनिल कुमार सरकारी कर्मचारी हैं. उन्होंने गोवा में कुछ निवेश कर रखा था और इसके चलते अभिनव दिल्ली छोड़कर वहां चले गए. अभिनव ने लोकल टूर्नामेंट और लीग्स में खेलना शुरू किया. धीरे-धीरे उन्हें गोवा की जूनियर टीमों में चुना गया और आखिरकार रणजी स्क्वॉड का हिस्सा बने. 

तेजराणा का फोकस अब सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी पर है. इसके जरिए वह आईपीएल टीमों का ध्यान खींचना चाहेंगे.