पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी में बल्ले से धमाका कर दिया है. इस बैटर ने महाराष्ट्र के लिए पहले शतक ठोका और फिर उसे दोहरे शतक में तब्दील कर दिया. शॉ ने चंडीगढ़ के खिलाफ ये कमाल किया. पहली पारी में शॉ सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हो गए थे. इस दौरान महाराष्ट्र के पास 104 रन की लीड थी. लेकिन फिर दूसरी पारी में उन्होंने 72 गेंदों पर ये कमाल किया. इस तरह उन्होंने रणजी ट्रॉफी इतिहास का छठा सबसे तेज शतक ठोका. पृथ्वा शॉ हालांकि 156 गेंदों पर 222 रन बनाकर आउट हुए. पारी में उन्होंने 5 छक्के और 29 चौके लगाए. उनका विकेट अर्जुन आजाद ने लिया.
शॉ ने की तूफानी बैटिंग
बता दें कि पृथ्वी शॉ ने शतक के बाद अगले 80 रन सिर्फ 54 गेंदों पर बना दिए. लंच तक वो 126 गेंदों पर 180 रन बनाकर खेल रहे थे और फिर 141 गेंदों पर अपना दोहरा शतक पूरा कर लिया.
डक के साथ की थी शुरुआत
बता दें कि पृथ्वी शॉ पिछले हफ्ते केरल के खिलाफ पहली पारी में बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे. लेकिन इसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ फिफ्टी ठोकी. शॉ ने 20 महीने बाद शतक का सूखा खत्म किया है. इससे पहले उन्होंने मुंबई के लिए फरवरी 2024 में शतक ठोका था. शॉ टीम इंडिया में वापसी के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं. पिछले साल फिटनेस और अनुशासन की दिक्कतों के चलते उन्हें मुंबई की टीम से ड्रॉप कर दिया गया था.
सचिन से होती थी तुलना
बता दें कि पृथ्वी शॉ ने जब इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था तब उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर से होती थी. लेकिन 5 टेस्ट, 6 वनडे और एक टी20 खेलते ही उनके करियर ने करवट ले ली. शॉ ने जुलाई 2021 में टीम इंडिया के लिए आखिरी मैच खेला था. तब से अब तक वो डोमेस्टिक ही खेल रहे हैं.

